Pullela Gopichand Olympic qualification
पुलेला गोपीचंद (PIC Credit: Social media)

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नई दिल्ली: भारत (India) के मुख्य बैडमिंटन (Badminton) कोच पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand) भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि अभी ओलंपिक क्वालीफिकेशन (Olympic Qualification) के बारे में सोचना जल्दबाजी होगी और वह ऐसा करके खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना चाहते। 

इंडिया ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट के पहले दिन मंगलवार को गोपीचंद ने भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर खुशी भी जताई। एचएस प्रणय और प्रियांशु राजावत ने पुरुष एकल में जीत दर्ज की लेकिन त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने पहला गेम जीतने के बावजूद चौथी वरीय जोड़ी के खिलाफ महिला युगल मुकाबला गंवा दिया। 

गोपीचंद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ओलंपिक वर्ष है और जहां भी जाओ वहां ओलंपिक के बारे में ही बात होती है। मुझे लगता है कि अब भी लगभग आठ टूर्नामेंट होने हैं और लंबा सफर तय करना है। कोच के रूप में मुझे लगता है कि अभी इसके बारे में सोचकर दबाव लेने की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि हम प्रक्रिया पर ध्यान दें और क्वालीफिकेशन अपने आप हो जाएगा।”

उन्होंने कहा, ‘‘मैं खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश हूं। कोच की भूमिका होती है कि वह खिलाड़ियों को लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता रहे। हमारे लिए पिछला साल अच्छा रहा। हमने कई महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। विश्व चैंपियनशिप जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में पदक जीते। उम्मीद करता हूं कि यह साल भी अच्छा रहेगा और हम ओलंपिक में बड़े दल के साथ जाएंगे।” 

पेरिस ओलंपिक का आयोजन 26 जुलाई से किया जाएगा और इसके लिए क्वालीफिकेशन अप्रैल के अंत की रैंकिंग के आधार पर होगा।  त्रीशा और गायत्री के प्रदर्शन की सराहना करते हुए गोपीचंद ने कहा कि अगर भाग्य साथ देता तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था। उन्होंने कहा ‘‘यह अच्छा और करीबी मुकाबला था। वे अच्छा खेले। दो या तीन अंक इधर-उधर होते तो हम जीत सकते थे लेकिन मैं प्रदर्शन से खुश हूं।” 

प्रियांशु राजावत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लक्ष्य सेन को हराया। गोपीचंद का मानना है कि उनके पास गति और स्तरीय शॉट हैं लेकिन प्रदर्शन में निरंतरता लाने की जरूरत है। भारत के मुख्य कोच ने कहा, ‘‘आपने आज देखा होगा कि उसके (प्रियांशु के) पास अच्छी गति है। इसके अलावा उसके पास स्तरीय शॉट भी हैं। उसने कुछ अच्छी जीत दर्ज की हैं लेकिन उसे प्रदर्शन में निरंतरता लाने की जरूरत है। प्रदर्शन में निरंतरता लाना आसान नहीं होता। उसके प्रदर्शन में काफी उतार-चढ़ाव रहा है लेकिन ऐसा होता है और वह जितनी जल्दी स्थिरता लाएगा उतना अच्छा रहेगा।”

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू की गौरमौजूदगी में महिला एकल में भारत की अधिक संभावनाएं नहीं हैं जिस पर गोपीचंद ने कहा, ‘‘कई खिलाड़ी हैं जो अच्छा कर रही हैं। सब जूनियर में भी कुछ खिलाड़ी हैं जिन्होंने सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में अच्छा किया। हमारे पास युवा प्रतिभा हैं और मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ साल में हमारे पास अच्छी महिला एकल खिलाड़ी भी होंगी।”

पुरुष एकल के संदर्भ में उन्होंने कहा ‘‘प्रणय ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। (किदांबी) श्रीकांत से अच्छा करने की उम्मीद है। उसके खेल में कुछ खामियां हैं लेकिन इसमें सुधार के लिए हमारे पास कोच की अच्छी टीम है। वे खिलाड़ियों से बात करते हैं और कमियों को दूर करने की कोशिश करते हैं। मुझे लगता है कि श्रीकांत, प्रणय, लक्ष्य और प्रियांशु की मौजूदगी में पुरुष एकल में अच्छी टीम है। कल सतीश भी खेलते हुए नजर आएंगे।”

भारत की संभावनाओं पर उन्होंने कहा, ‘‘सात्विक (साईराज रंकीरेड्डी) और चिराग (शेट्टी) ने शानदार प्रदर्शन किया है। वे शीर्ष पर पहुंचे हैं। मेरा मानना है कि उनमें दुनिया के किसी भी टूर्नामेंट को जीतने की क्षमता है। जहां तक पुरुष एकल का सवाल है तो लक्ष्य, प्रणय, प्रियांशु और युवा खिलाड़ियों में काफी क्षमता है।”

गोपीचंद ने कहा, ‘‘ प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही है। 2022 काफी खराब रहा। 2023 अच्छा साल रहा, लक्ष्य के लिए शायद ऐसा नहीं हो। महिला एकल में भी हमारे पास अच्छी खिलाड़ी हैं। सिंधू की वापसी हुई। महिला युगल में हमारे पास तनीषा और अश्विनी हैं। गायत्री और त्रीशा भी अच्छा कर रही हैं। तनीषा, गायत्री और त्रीशा की उम्र 20 साल के आसपास है और उनसे काफी उम्मीद हैं।” (एजेंसी)