
नवभारत स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने फाइनल में चीन से 2-3 से हारने के बाद रजत पदक जीता। दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय कमर की चोट के कारण नहीं खेल सके। लक्ष्य सेन ने पहला एकल और सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने युगल मैच जीतकर भारत को 2 . 0 की बढत दिलाई।
इसके बाद दारोमदार किदाम्बी श्रीकांत पर था जिन्होंने दक्षिण कोरिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उम्दा प्रदर्शन किया था । इस बार वह उस लय को कायम नहीं रख सके और हार गए। चीन ने बाकी दोनों मैच जीतकर अपना दबदबा बरकरार रखा। सेन ने दुनिया के छठे नंबर के खिलाफ शि युकी के खिलाफ पहला मैच 22 . 20, 14 . 21, 21 . 18 से जीता।
A Superb Silver🥈for our Boys of #Badminton🏸at #AsianGames2022.
Giving their first-ever finale performance at the #AsianGames, the team showed incredible grit during their fight against 🇨🇳
Congratulations on the🥈GUYS! You have just made history & we’re proud💪🏻#Cheer4India… pic.twitter.com/Ej2zVEfS5m
— SAI Media (@Media_SAI) October 1, 2023
इसके बाद दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी सात्विक और चिराग ने दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी लियांग वेइ केंग और वांग चांग को 21 . 15,21 . 18 से हराया। श्रीकांत को आल इंग्लैंड चैम्पियन लि शिफेंग ने 24 . 22, 21 . 9 से हराया। दूसरे युगल मुकाबले में ध्रुव कपिला और साइ प्रतीक कृष्णा प्रसाद को दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी लियू यू चेन और यू शुआन यि ने 21 . 6, 21 . 15 से मात दी। वहीं प्रणय की जगह खेल रहे मिथुन मंजूनाथ को वेंग होंग यांग ने 21 . 12, 21 . 4 से हराया।
इस हार के बावजूद भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसने बैडमिंटन में दूसरा रजत पदक दिलाया। इससे पहले 2018 में पी वी सिंधू ने महिला एकल में रजत पदक जीता था। भारतीय बैडमिंटन पुरूष टीम ने इससे पहले 1986 में सियोल में पदक जीता था जब प्रकाश पादुकोण और विमल कुमार टीम का हिस्सा थे। (एजेंसी)