नई दिल्ली: पैरा खेलों (Para Games) में पिछले कुछ वर्षों में भारत के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए खेलमंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार ने पैरा खिलाड़ियों (Para Players) को लेकर सोच बदली है और अब खेलो इंडिया (Khelo India) के जरिये पैरा खेलों के नये दौर का सूत्रपात होगा।
ठाकुर ने 10 से 17 दिसंबर तक दिल्ली में होने वाले पहले खेलो इंडिया पैरा खेलों के लोगो, शुभंकर, थीम गीत और जर्सी के लांच के मौके पर कहा, ‘‘रियो पैरालम्पिक 2016 में हमारे 19 पैरा एथलीटों ने भाग लिया था और तोक्यो पैरालम्पिक 2021 में हमारे पैरा खिलाड़ियों ने 19 पदक जीतकर इतिहास रचा। इसके बाद हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में रिकॉर्ड 111 पदक जीते।”
#WATCH | Delhi: On Khelo India Para Games, Union Minister for Youth Affairs and Sports, Anurag Thakur, says, "…Khelo India is not only a scheme, but now it has become a movement… If you look at the Khelo India youth games, university games, and winter games, it has given… pic.twitter.com/GLOQiS2gjh
— ANI (@ANI) November 26, 2023
उन्होंने कहा, ‘‘ये आंकड़े बदली हुई सोच की बानगी देते हैं। सोच बदलने का काम मोदी सरकार ने किया जिसने विकलांग को दिव्यांग या विशेष रूप से सक्षम कहा। सरकार ने पुरस्कारों और योजनाओं में पैरा खिलाड़ियों और सक्षम खिलाड़ियों में कोई फर्क नहीं किया।”
ठाकुर ने कहा, ‘‘खेलो इंडिया में पैरा खेलों की कमी महसूस हो रही थी जो अब पूरी हो जायेगी। खेलो इंडिया खेल नहीं बल्कि अब एक जन आंदोलन बन गए हैं। पिछले पांच साल में 11 खेलो इंडिया खेलों का आयोजन हो चुका है। पहले खेलो इंडिया पैरा खेल महज प्रतिस्पर्धा नहीं होंगे बल्कि इन खिलाड़ियों के हौसले और खेलभावना का जश्न साबित होंगे।”
Delighted to unveil the logo and mascot of the inaugural edition of the #KheloIndia Para-Games beginning from 11th November in New Delhi.
Khelo India has proven to be a game-changer and played a pivotal role in promoting sports and taking it up as a career.
The resounding… pic.twitter.com/ulMHgjeEoa
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) November 26, 2023
दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम, कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में होने वाले पहले खेलो इंडिया पैरा खेलों में 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 1400 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे। पहले वर्ष में पैरा एथलेटिक्स, निशानेबाजी, तीरंदाजी, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन की स्पर्धायें आयोजित की जायेगी। इन खेलों का लोगो ‘हौसलों की उड़ान’ और ‘चैम्पियंस बियोंड लिमिट’ रखा गया है जबकि गोरैया उज्ज्वला इसकी शुभंकर होगी। इसका थीम गीत ‘ हिम्मत दिखा, ताकत दिखा, कभी रूक मत , कभी झुक मत, चल खेल’ भी आज लांच किया गया।
ठाकुर ने कहा, ‘‘मैने सभी प्रदेश सरकारों से अनुरोध किया है कि प्रदेश की खेल सुविधाओं को पैरा खिलाड़ियों के अनुकूल बनाया जाये। पहले साल में इन खेलों में सात स्पर्धायें आयोजित की जा रही है जो आगे बढती जायेंगी।” उन्होंने कहा कि भारत को खेलों में ‘सुपरपावर’ बनाने के लिये उनकी सरकार प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो साल भारतीय खेलों के लिये स्वर्णिम रहे हैं। एशियाई खेलों से पहले जब मैने अबकी बार सौ पार कहा तो मीडिया में कुछ लोगों ने इसे असंभव कहा लेकिन हमारे खिलाड़ियों ने यह कर दिखाया। यह नया भारत है जो 70 से 100 तक पार करना जानता है।” उन्होंने कहा, ‘‘भारत को खेलों में सुपरपावर बनाना है। अगले 25 साल में भारत विकसित देश भी बनेगा और खेलों की महाशक्ति भी।”
इस मौके पर पैरालम्पिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत, विश्व रिकॉर्डधारी पैरा भालाफेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल, पैरा निशानेबाजी की गोल्डन गर्ल अवनि लेखारा, टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल समेत कई पदक विजेता भी मौजूद थे। (एजेंसी)