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नई दिल्ली. जहां एक तरफ भारतीय ओलिंपिक संघ की एडहॉक समिति ने इस साल 2023 सितंबर में होने वाले एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप में एक ही टीम उतारने का मन बना लिया था। वहीं दोनों ही टूर्नामेंट के लिए अगले महीने एक ही ट्रायल आयोजित किया जाना था। 

इसके साथ ही IOA कार्यकारिणी इन ट्रायल टॉप्स में शामिल पहलवानों को भी ट्रायल में उतारना चाहती है। ऐसे में धरने पर बैठे बजरंग, विनेश, साक्षी मलिक के ट्रायल में उतरने का रास्ता साफ हो जाएगा। लेकिन इस मामले पर  सोनीपत में पहलवान साक्षी मलिक (Sakshee Malikkh) ने साफ़ किया कि, “हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे जब ये सारा मुद्दा सुलझेगा। आप नहीं समझ सकते कि हम मानसिक रूप से हर दिन क्या कर रहे हैं।”

जानकारी दें कि, विश्व चैंपियनशिप का आयोजन आगामी 16 से 24 सितंबर तक बेलग्रेड (सर्बिया) में है, जबकि एशियाई खेल 23 सितंबर से 8 अक्तूबर तक होने हैं। वहीं 4 से 7 अक्टूबर तक एशियाई खेलों में कुश्ती का आयोजन होगा। दोनों की तिथियां बेहद नजदीक होने की वजह से कुश्ती संघ ने दोनों टीमें उतारने का फैसला लिया था। वहीं एडहॉक समिति विवादों में नहीं पड़ना चाहती है। लेकिन अब साक्षी मलिक के इस बायाँ से साफ़ हो गया है कि, धरने पर बैठे पहलवान इसके लिए तैयार नहीं है। 

जानकारी दें कि, रेसलर्स बीते एक महीने से अधिक समय से अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।  इसके साथ ही खिलाड़ी उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।  उन पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं और FIR तक दर्ज की जा चुकी है।