Bhupesh Baghel and Himanta Biswa Sarma

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बिलासपुर. महादेव ऐप (Mahadev App) मामले पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोई सोच भी नहीं सकता कि कोई महादेव के नाम का इस्तेमाल पैसे लूटने के लिए करेगा। महादेव का नाम इस्तेमाल कर 508 करोड़ रुपये लूटे।

बिलासपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “माँ कामाख्या सती माँ पार्वती का ही एक रूप हैं। माँ पार्वती ‘महादेव’ की पत्नी भी हैं। आज जब छत्तीसगढ़ के सीएम द्वारा महादेव के नाम पर पैसे लूटने की खबर सामने आई तो मां कामाख्या रो रही हैं। कोई सोच भी नहीं सकता कि कोई महादेव के नाम का इस्तेमाल पैसे लूटने के लिए करेगा। आप ‘जिंटो’, या ‘मिंटो’ कोई भी नाम इस्तेमाल कर सकते थे। लेकिन आपने महादेव का नाम इस्तेमाल किया और एक या दो नहीं बल्कि 508 करोड़ रुपये लूटे।” उन्होंने कहा, “महादेव ने विषपान तो किया परंतु आप अपने द्वारा उत्पन्न किये गये इस विष का सेवन नहीं कर पायेंगे। यही आपकी राजनीति से विदाई का कारण बनने जा रहा है। भूपेश बघेल कहते हैं कि मैं सीएम बन जाऊंगा लेकिन इन 508 करोड़ रुपये को लूटने के कारण आप निश्चित रूप से सरकार के मेहमान बनने जा रहे हैं।”

सीआरपीएफ के खिलाफ क्यों बोल रहे बघेल

सरमा ने पिछले वर्षों में कांग्रेस नेताओं की हत्या का नक्सलियों से बदला लेने के बजाय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को निशाना बनाने के लिए बघेल पर हमला बोला। सरमा ने कहा, “जब बीजेपी के समय में कांग्रेस नेताओं की हत्या हुई थी, तब भूपेश बघेल को (उन हत्याओं का) नक्सलियों से बदला लेना चाहिए था। जब उनके अपने नेता मारे गये तो वह नक्सलियों की बजाय सीआरपीएफ को निशाना बना रहे हैं। कौन हैं वो सीआरपीएफ जवान? गरीबों के बेटे सीआरपीएफ में हैं। सबसे गरीब तबके के लोगों के बेटे सीआरपीएफ में हैं। वह सीआरपीएफ के खिलाफ क्यों बोल रहे हैं?”गौरतलब हैं कि, बघेल ने चुनाव से पहले राज्य में विशेष विमानों के जरिए पैसे पहुंचाए जाने पर संदेह व्यक्त किया था। उन्होंने इसे लेकर भारतीय भाजपा और सीआरपीएफ पर आरोप लगाया था। छत्तीसगढ़ के सीएम ने चुनाव आयोग से राज्य में उतरने वाले सभी विशेष विमानों की जांच करने का भी अनुरोध किया।

दो चरणों में होगा मतदान

गौरतलब है कि 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे, जिसमें 20 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा और बाकी 70 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा। जबकि, नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। 2018 के चुनाव में कांग्रेस छत्तीसगढ़ में 90 में से 68 सीटें जीतकर सत्ता में आई। पार्टी का वोट शेयर 43.9 फीसदी था। वहीं, भाजपा के खाते में 15 सीटें गई थी। उसका वोट शेयर 33.6 फीसदी रहा।