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नई दिल्ली/भोपाल: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल के बालिका गृह से गायब 26 बच्चियों को लेकर मिली राहत की खबर के अनुसार, अब सभी लड़कियों का पता लग गया है और पुलिस ने उन्हें सकुशल बरामद भी कर लिया है। जानकारी के अनुसार बिना परमिशन के चल रहे इस अवैध बालिका गृह से कुल 26 बालिकाएं गायब हुई थीं, जिनमें से 10 आदमपुर छावनी क्षेत्र से मिली हैं।

वहीं, 13 को अयोध्या नगर की झुग्गियों से बरामद किया गया है। 2 लड़कियां टॉप नगर और एक को रायसेन से बरामद किया गया है। पुलिस ने सभी का वेरिफिकेशन कर उन्हें घर भेज दिया है। अब ये बच्चियां अब अपने-अपने घरों पर सुरक्षित पहुँच चुकी हैं। 

मामले पर जानकारी दें कि भोपाल में इस बालिका छात्रावास का संचालन अवैध रूप से हो रहा था। प्रशासन की तरफ से इसको कोई परमिशन नहीं थी। बालिका गृह में कुल 68 बच्चियां हैं, जिनमें से बाकी 41 सुरक्षित हैं। वहीं गायब हुई 25 लड़कियों का समय से सभी का पता लगा लिया गया और पुलिस ने उनका वेरिफिकेशन किया। वहीं, पूर्व CDPO विजेन्द्र प्रताप सिंह और सुपरवाइजर कोमल उपाध्याय को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है।

CM मोहन यादव ने अधिकारियों को सख्त निर्देश

मामला का पता चलते ही, मुख्यमंत्री डॉ। मोहन यादव ने शनिवार को ही अधिकारियों को निर्देश दे दिए थे कि प्रदेश में अवैध बाल संरक्षण गृहों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। वहीँ मुख्यमंत्री यादव ने बाकायदा वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में ये निर्देश दिए। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए कि, लगातार इंस्पेक्शन से सुनिश्चित किया जाए कि मध्य प्रदेश में एक भी बाल संरक्षण गृह अवैध न हो।

दोषियों को न बक्शा जाए

इधर बच्चियों के मिल जाने के बाद मुख्यमंत्री यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया, ‘भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं की तसदीक हो गई है। सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है। एक भी दोषी और लापरवाही बरतने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।’

हॉस्टल के पादरी पर भी केस दर्ज

जानकारी दें कि NGO के नाम पर चल रहे इस अवैध हॉस्टल का मामला संज्ञान में आते ही मौके पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, IGदेहात अभय सिंह समेत SDM और पुलिस फोर्स यहां पहुंची। साथ ही, हॉस्टल के फादर अनिल मैथ्यू के खिलाफ भी तुरंत ही केस दर्ज किया गया।