Madhya Pradesh woman fabricated false story of her kidnapping in Kota to go to Russia to study medicine
Representative Image

Loading

कोटा: मध्य प्रदेश की एक महिला ने मेडिकल की पढ़ाई के लिए रूस जाने के लिए कथित तौर पर 30 लाख रुपये इकट्ठा करने के लिए कोटा में अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी। पुलिस ने बुधवार को बताया कि काव्या धाकड़ ने पुलिस की पूछताछ के दौरान अपने झूठे अपहरण के पीछे की मंशा का खुलासा किया। उसे तथा उसके दोस्त हर्षित को मामले में पूछताछ के लिए बुधवार को इंदौर से यहां लाया गया।

पुलिस ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को पता लगाया कि 15 से अधिक दिनों से लापता दोनों लोगों इंदौर में हैं तथा उसने उन्हें राजस्थान पुलिस को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार, मध्य प्रदेश की शिवपुरी निवासी काव्या ने पुलिस को बताया कि उसने यूट्यूब पर एक वीडियो देखकर अपने अपहरण की साजिश रची।

पुलिस ने बताया कि काव्या के पिता रघुवीर धाकड़ ने अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाते हुए 18 मार्च को यहां विज्ञान नगर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज करायी जिसके बाद उसकी तलाश शुरू की गयी। कोटा सिटी की पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह पता चला कि काव्या अपनी मां के साथ दो अगस्त 2023 को कोटा आयी थी जो कोचिंग कक्षा में उसका दाखिला कराने और एक हॉस्टल में उसके रहने की व्यवस्था करने के बाद लौट गयीं।

उन्होंने बताया कि काव्या यहां महज तीन दिन रही और इंदौर चली गयी जहां वह अपने दो पुरुष मित्रों के साथ रह रही थी। दुहन ने बताया कि वह अपने माता-पिता को यह भरोसा दिलाने के लिए उन्हें तस्वीरें और संदेश भेजती रही कि वह कोटा में है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी में रहने वाले उसके माता-पिता हाल में तब हैरान रह गए जब उन्हें 30 लाख रुपये की फिरौती का फोन आया और उनकी बेटी की तस्वीरें मिलीं जिसमें उसके हाथ और पैर बंधे हुए थे।

इसके बाद रघुवीर ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। एसपी के अनुसार पूछताछ के बाद काव्या ने पुलिस को बताया कि उसे लगा कि वह मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास नहीं कर पाएगी जिससे उसके माता-पिता परेशान होंगे। इसलिए उसने हर्षित की मदद से इंदौर में अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी ताकि उसे रूस जाकर एमबीबीएस की पढ़ाई करने का पैसा मिल जाए।

उसकी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद ही भारत लौटने की योजना थी। विज्ञान नगर पुलिस थाने के क्षेत्राधिकारी सतीश चौधरी ने बताया कि पुलिस अपहरण की झूठी कहानी गढ़ने के लिए दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर कानूनी सलाह ले रही है और इस बीच उन्हें पुलिस हिरासत में रखा गया है। (एजेंसी)