नई दिल्ली/भोपाल. BJP शासित मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नशामुक्ति के मोर्चे पर शायद जल्द अच्छे दिन आ सकते हैं। दरअसल पार्टी की सीनियर नेता उमा भारती (Uma Bharati) ने अब कहा है कि, राज्य में शराब वितरण प्रणाली की मांग के समर्थन में वह ‘मधुशाला में गौशाला’ अभियान चालू करेंगी। वह इसके तहत खास तौर पर मंदिर और स्कूलों के नजदीक मधुशालाओं को गौशालाओं में तब्दील कराएंगी।
उमा भारती ने यह बड़ा ऐलान बीते मंगलवार यानी 31 जनवरी, 2023 को उन्होंने भोपाल के एक मंदिर में चार दिवसीय प्रवास को खत्म करने से ठीक पहले किया। हालांकि, राज्य सरकार ने अपनी शराब नीति की घोषणा नहीं की।
MP | CM had told me that he’ll announce the new liquor policy on Jan 31. I’ll no longer wait for the new liquor policy but, day after tomorrow, I’ll open cow shelters in liquor shops. I appeal to MP CM to come out of role of ‘sevak’ & become ‘prashasak’: Ex-MP CM Uma Bharti(31.1) pic.twitter.com/pjGMQ07Oi6
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) February 1, 2023
वहीं मीडिया से मुखातिब होते हुएवह बोलीं- प्रदेश के निवाड़ी जिले में ओरछा के ठीक मुहाने पर राम राजा सरकार के प्रवेश द्वार के ठीक पहले शराब की जो दुकान है, वह अवैध है और विधि विभाग की भूल से उसे अदालत से स्थगन मिल गया है। मैं बुधवार शाम को ओरछा पहुंचूंगी और इसलिए मैं परसों (बृहस्पतिवार को) मधुशाला को गौशाला में बदल देना चाहती हूं। यह एक उदाहरण होगा। बाकी मैं नई शराब नीति का इंतजार करूंगी।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, अब वह शराब नीति का इंतजार किए बिना वह नियमों का उल्लंघन कर चल रही शराब की दुकानों को गौशालाओं में बदलना शुरू कर देंगी। उन्होंने इसके साथ ही लोगों से जल्द से जल्द 11 गायों की व्यवस्था करने को कहा है, जिन्हें ओरछा में शराब की दुकान पर बांधा जाएगा। बकौल उमा, “देखते हैं, कौन मुझे रोकने की हिम्मत करता है? इन गायों को खिलाएंगे और शराब की दुकान पर उनके लिए पानी की व्यवस्था भी करेंगे।”
गौरतलब है कि, पूर्ण शराबबंदी का समर्थन करने वाली भारती लंबे समय से नशामुक्ति को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश की शराब नीति में बदलाव कर नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली लागू करने की मांग कर रही हैं। साथ ही भारती ने यह भी कहा कि, मध्यप्रदेश में शराब नहीं बह सकती, यहां दूध बहेगा और ओरछा की यह घटना इसी का बात का सूचक होगी। उन्होंने मानना है कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के पीछे शराब भी एक प्रधान कारण है।