CM Eknath Shinde and Aditya Thackeray

    मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Maharashtra CM Eknath Shinde) को शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे (Shiv Sena Leader Aditya Thackeray) ने शनिवार को अपने खिलाफ वर्ली सीट (Worli Seat) से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उनका कहना है कि वे अपनी सीट से इस्तीफा दे देंगे। साथ ही शिंदे को भी अपनी सीट से इस्तीफा देना होगा।

    आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, “मैंने इस असंवैधानिक मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) को मेरे खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। मैं अपनी सीट से इस्तीफा दे दूंगा और उन्हें अपनी सीट से इस्तीफा दे देना चाहिए और उन्हें मेरे खिलाफ वर्ली से चुनाव लड़ने देना चाहिए।”

    पूरे राज्य में आघाडी को समर्थन

    आदित्य ने कहा कि आज पूरे महाराष्ट्र की जनता का समर्थन महाविकास आघाडी के साथ है शिक्षक व स्नातक मतदार संघ के चुनाव में लोगों ने हमारा साथ दिया है इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक लोकसभा चुनाव में माविआ द्वारा 34 सीटें मिलने का दावा किया गया है सेना नेता ने कहा कि हमारी सरकार ने महाराष्ट्र के लिए 80 हजार करोड़ का निवेश लाने का काम किया था, न कि शिंदे – फडणवीस सरकार की तरह निवेश के फर्जी आकड़ें पेश किए थे

    एक भी शिवसैनिक नहीं बिकेगा

    इससे पहले शुक्रवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने शिंदे को असंवैधानिक मुख्यमंत्री बताया और उन्हें सीधा अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनैती दी। ठाकरे ने कहा कि, “मैं वर्ली से इस्तीफा दे रहा हूं। असंवैधानिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को इस्तीफा देना चाहिए और वर्ली से मेरे सामने खड़ा होना चाहिए। मैं देखता हूं कि वे कैसे चुनकर आते हैं। आपको जो भी सिस्टम लगाना है, लगाएं। आपको जो भी बल लगाना हो लगाइए। जितने खोके बांटना है बांट लो, लेकिन एक वोट नहीं बिकेगा। एक भी शिवसैनिक नहीं बिकेगा।”

    शिंदे गुट का पलटवार 

    शिंदे – फडणवीस सरकार में आबकारी मंत्री शंभूराज देसाई ने आदित्य ठाकरे की खुली चुनौती पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि आदित्य को सीएम शिंदे को चुनौती देने से पहले मेरे जैसे नेताओं का सामना करना चाहिए। अगर आदित्य में हिम्मत है तो वे मेरे पाटन निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ कर दिखाएं। देसाई ने बड़ा निशाना साधते हुए कह कि आदित्य ठाकरे को वर्ली से विधायक बनने के लिए दो विधायकों का टिकट खरीदना पड़ा था।

    वहीं, शिंदे गुट की नेता शीतल म्हात्रे ने आदित्य ठाकरे की चुनौती वाले बयान पर तंज कसा। म्हात्रे ने ट्वीट कर कहा, “क्या आप भूल गए हैं कि आपने पिछली बार वर्ली से जीतने के लिए कितने सेटलमेंट किए थे?”

    आदित्य ऐसे बने थे विधायक

    गौरतलब है कि आदित्य ठाकरे पिछली बार वर्ली विधानसभा चुनाव से पहली बार चुनाव लड़े थे। शिवसेना ने इस क्षेत्र से तत्कालीन विधायक सुनील शिंदे को टिकट नहीं देते हुए और आदित्य ठाकरे को चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं, वर्ली से मुख्य विपक्षी नेता सचिन अहीर शिवसेना में शामिल हुए थे। दूसरी ओर, राज ठाकरे ने भी इस निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार नहीं उतारा था क्योंकि आदित्य ठाकरे चुनाव में खड़े होने वाले थे। इस चुनाव में आदित्य ठाकरे भारी मतों से विजयी हुए थे। उसके बाद सुनील शिंदे को स्थानीय स्वराज संगठनों के चुनाव से विधान परिषद भेजा गया। उसके बाद, सचिन अहीर भी विधायक के रूप में विधान परिषद के लिए चुने गए।