Maharashtra Woman duped of over Rs 10 lakh through online fraud
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    अमरावती. कुछ वर्षों से ऑनलाइन वस्तुएं खरीदी करने का प्रचलन काफी बढ़ गया है़  ऐसे में मोबाइल पर आफर्स का लालच दिया जाता है. इस लालच में आकर नागरिकों की ऑनलाइन लूट की जाती है. डिजिटल क्रांति के कारण आजकल ज्यादातर व्यवहार ऑनलाइन ही किए जाते हैं. इसके अलावा सरकार की ओर से बैंकिंग सेवा डिजिटलाइज्ड की गयी है, जिससे अधिकतर व्यवहार ऑनलाइन हो रहे हैं. ऑनलाइन बैंकिंग करते समय सावधानी बरतना आवश्यक हो गया है.

    ठगबाज उठाते हैं फायदा 

    इस मामले में ठगबाज फायदा उठाकर बैंक खाते से जुड़े केवाईसी अपडेट करने, एटीएम कार्ड सेवा बंद करने, ऐसे हथकंडे अपनाकर नागरिकों से संपर्क कर उन्हें चूना लगा रहे हैं. जहां ऐसे मामलों में सावधानी बरतने की जरूरत है. यह बात महत्वपूर्ण है कि कोई भी बैंक या इवेंट कंपनी उनके केवाईसी अपडेट करने वाट्सएप मैसेज या किसी भी तरह के एसएमएस नहीं करते और न ही किसी तरह का कॉल किया जाता है.

    दिया जाता है विविध घटनाओं को अंजाम 

    बैंक खाते से जुड़ी जानकारी के साथ ही डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड की जानकारी किसी भी व्यक्ति को देना नहीं चाहिए. कोई भी बैंक केवाईसी अपडेट करने के लिये किसी भी तरह का बाहर का एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए नहीं कहा करते. कोई भी बैंक ग्राहक से ओटीपी भी पूछा नहीं करती है. ऐसे अन्य मामलों में ठगबाजों से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है. अन्यथा इस तरह ठगबाज लोगों की मेहनत से इकट्ठा की गयी रकम निकालकर घटनाओं को अंजाम देते हैं. 

    KYC अपडेट या OTP नहीं पूछती बैंक

    एक बैंक अधिकारी ने बताया कि कोई भी बैंक केवाईसी अपडेट या ओटीपी के बारे में नहीं पूछती है. ऑनलाइन लूट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नागरिकों ने ऑनलाइन बैंकिंग करते समय सावधानी बरतना चाहिए. कई बार नागरिकों को ऑनलाइन व्यवहार हो या अन्य व्यवहार में ऑनलाइन व्यवहार करते समय नागरिकों ने सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. किंतु नागरिक फंसते ही जाते हैं. कोई भी सतर्कता बरतना आवश्यक है.