Anil Deshmukh
File Photo: ANI

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    मुंबई: 100 करोड़ रुपये के आरोपों से घिरे महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Former Home Minister Anil Deshmukh) सोमवार को एक बार फिर से जांच आयोग के सामने पेश हुए। देशमुख ने मुंबई में चांदीवाल आयोग को बताया कि, “मैं मुंबई पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वाजे से कभी नहीं मिला।’ एएनआई के अनुसार, देशमुख ने आयोग से ये भी कहा कि, वे उन्हें (वाजे) को नहीं जानता, यहां तक कि उनका नाम भी नहीं जानता।

    इससे पहले बीते शुक्रवार को आयोग के से देशमुख ने कहा था कि, सचिन वाजे को मुंबई पुलिस की अपराध खुफिया इकाई का प्रमुख बनाए जाने के बाद, उन्हें उसके बारे में कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं। बता दें कि यह आयोग, उन आरोपों की जांच कर रहा है जो मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने देशमुख पर सीधे-सीधे लगाए थे।

    रिपोर्ट्स के अनुसार, देशमुख ने आयोग के एक सवाल के जवाब में शनिवार को कहा था, वाजे 14-15 साल तक निलंबित रहा था और सेवा में उसकी वापसी के बाद उसे CIU का प्रमुख बना दिया गया था इसलिए मुझे उसकी कई शिकायतें मिलती थीं। आमतौर पर किसी निलंबित अधिकारी को दुबारा सेवा में लिया जाता है तो उसे किसी सहयोगी शाखा में ही नियुक्त किया जाता है। इसके साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता देशमुख ने आयोग को यह भी बताया कि कई शिकायतें मिली थीं और वह शिकायत करने वाले का नाम भी नहीं बता सकते।

    बता दें कि, देशमुख फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं, उन्हें ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में गिरफ्तार किया गया था। वहीं सचिन वाजे को एंटीलिया के पास विस्फोटक बरामद होने के केस में एनआईए ने गिरफ्तार किया था।

    एंटीलिया के पास विस्फोटक सामग्री बरामदगी मामले के बाद मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाए गए सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने पुलिस अधिकारियों से शहर में बार और रेस्तरां से प्रति माह 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था। केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं।