Maharashtra State Waqf Board

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    औरंगाबाद: बीते कई सालों से महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड (Maharashtra State Waqf Board) की जमीन (Land ) हड़पने का सिलसिला बदस्तुर जारी था। अलग-अलग पार्टियों के  नेता, भू माफिया खुले आम वक्फ बोर्ड की करोड़ों रुपए की जमीन हड़पकर उस पर कब्जा जमा रहे थे। बोर्ड के गठन के बाद पहली बार सीईओ अनिस शेख (CEO Anis Shaikh) के नेतृत्व में इन दिनों वक्फ बोर्ड प्रशासन ने जमीन हड़पने वाले भू माफियाओं  (Land Mafia) खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मुहिम तेज की है। बीते एक साल में बोर्ड द्वारा अवैध रुप से बोर्ड की जमीन पर कब्जा जमाने को लेकर भू माफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए 16  मामले दर्ज किए  है।

    वक्फ बोर्ड की स्थापना के बाद से पहली बार इतने बड़े पैमाने पर भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने से राज्य भर के भू माफियों में खलबली मची है। विशेषकर, बोर्ड की जमीन हड़पनेवालों को राजस्व विभाग का बड़े पैमाने पर आशीर्वाद होने और जमीन हड़पने अथवा कब्जा जमाने वालों को मुतवल्लिीयों का भी आशीर्वाद होने की जानकारी सामने आ रही है। 

    बीड जिले में तीन मामले दर्ज

    राज्य वक्फ बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि बीते कई सालों से भू माफिया राजस्व विभाग के अधिकारियों  से सांठ-गांठ कर वक्फ  बोर्ड की जमीन पर कब्जा जमा रहे थे। हाल ही में वक्फ बोर्ड द्वारा बीड जिले में बोर्ड की जमीन हड़पने के मामले में तीन मामले दर्ज किए हैं। इन दर्ज तीन मामलों में वक्फ की जमीन कब्जा करने में बीड के तत्कालीन भू सुधार उपजिलाधिकारी एनआर शेलके शामिल थे। इसलिए उन्हें भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। इसके अलावा भू सुधार उपजिलाधिकारी प्रकाश आघाव पाटिल, उपविभागीय अधिकारी अभिमन्यु रंगनाथ, बोदवड, तहसीलदार और कर्मचारी शामिल होने की जानकारी पुलिस जांच में सामने आई है। बीड पुलिस ने उन सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने से बोर्ड की जमीन हड़पने के मामलों में भू माफियाओं को साथ देनेवाले राजस्व विभाग के अधिकारियों की नींद हराम है।

    राज्य भर  दर्ज हुए जमीन हड़पने के मामले 

    वक्फ बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि पुणे जिले के ताबूत इनाम इंडोमेंट ट्रस्ट की 5 हेक्टेयर जमीन की फर्जी एनओसी मामले में पुणे के बंड थाना में अपराध दर्ज किया गया है। इस जमीन की कीमत करीब 7 करोड़ 77 लाख रुपए है। यह मामला पूरे राज्य में काफी चर्चित रहा था। इसके अलावा बीड शहर के मस्जिद सारंगपुर की 25 हेक्टेयर 38 गुंठे जमीन पर कब्जा करने के मामले में तत्कालीन उपजिलाधिकारी मंडल अधिकारी और तलाठी के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। बहुचर्चित दरगाह हजरत सैयद सुलेमान मस्जिद की 1 एकड़ 8 गुंठे जमीन वक्फ मिलकत के राजस्व अभिलेख में खुद का नाम पंजीकृत करानेवाले शेख निजाम शेख जैनोददीन और शेख जैनोद्दीन शेख सुजओद्दीन इन अभियुक्तों पर भी मामले दर्ज किए गए। बीड जिले के माजलगांव तहसील के नितरुड के स्थित  मस्जिद दरगाह की 44  एकड़ जमीन अवैध रुप से कब्जा करने का मामला हाल ही में सामने आया था। इस मामले में तत्कालीन उपजिलाधिकारी और वर्तमान उपविभागीय अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग कर वक्फ जमीन कब्जा कर पत्नी, भाई और बहन के नाम पर खरीदी की। इस मामले में पुलिस ने राज्य वक्फ बोर्ड की शिकायत पर 10 आरोपियों पर मामला दर्ज किया  है। 

    फर्जी दस्तावेजों के सहारे बड़े पैमाने पर हेराफेरी 

    बोर्ड की जमीन हड़पने के लिए भू माफियाओं ने अधिकतर फर्जी दस्तावेजों के सहारे ही जमीन हड़पी है। इसके लिए उन्हें राजस्व विभाग के अधिकारियों का बड़े पैमाने पर आशीर्वाद रहा। जमीन पर कब्जा कर अवैध रुप से खरीदी-बिक्री करना, फर्जी दस्तावेज तैयार कर सरकारी अधिग्रहित जमीन का मुआवजा पाना, वक्फ संपत्तियों किराए पर देना ऐसे कई मामले सामने आए है। 

    राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल 

    गौरतलब है कि बीते दिनों महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिस शेख ने राज्य के कई जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर राजस्व विभाग के अधिकारी  जमीन हड़पने के अवैध मामलों में शामिल होने को लेकर सख्त पत्र लिखकर आगाह किया था। जिसके बाद जिला प्रशासन में खलबली मची थी, परंतु बोर्ड द्वारा हाल ही में भूमाफियाओं के खिलाफ 16  मामले दर्ज करने के बाद राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल होने की जानकारी पुलिस जांच में सामने आई है। पुलिस ने कई मामलों में  राजस्व विभाग के अधिकारियों पर भी शिकंजा कसना शुरु किया है।