Aurangabad Congress

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    औरंगाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा संसद में देश में कोरोना (Corona) फैलने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस (Congress) के खिलाफ अलापे राग के ‍विरोध में शहर और जिला कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड (Union Minister Dr. Bhagwat Karad) के घर पर धिक्कार मोर्चे का आयोजन किया था। मोर्चा क्रांति चौक से थोड़ा आगे बढ़ते ही शहर पुलिस ने मोर्चे को रोक दिया। करीब घंटा भर कांग्रेसियों ने आंदोलन करने के बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर क्रांति चौक थाना ले गए, बाद में उन्हें रिहा किया। उधर, बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ता भी डॉ.  कराड के घर के सामने कांग्रेसियों को जवाब देने के लिए तैयार थे। 

    कांग्रेस के मोर्च को लेकर सुबह से ही क्रांति चौक में सख्त पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था। मोर्चे को लेकर पुलिस बंदोबस्त की कमान खुद शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता ने संभाली थी। मोर्चे का टाइम 11 बजे का था, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जमा करने के लिए कांग्रेस पदाधिकारियों को काफी संर्घष करना पड़ा। मोर्चे का आयोजन जिला और शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा संयुक्त रुप से किय गया था। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. कल्याण काले ने ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को मोर्चे में बड़ी संख्या में उपस्थित रहने की अपील के चलते बड़ी संख्या में कांग्रेसी ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंच रहे थे, लेकिन शहर कांग्रेस कार्यकर्ता उंगलियों पर गिनने इतने नजर आए। जिससे मोर्चा की शुरुआत होने में काफी समय लगा। मोर्चे की कमान कांग्रेस के शहर प्रभारी एड. मुजाहेद खान, जिलाध्यक्ष डॉ. कल्याण काले, शहराध्यक्ष हिशाम उस्मानी, पूर्व मंत्री अनिल पटेल, इब्राहिम पठान, जिला परिषद की अध्यक्ष मिना शेलके, तहसील अध्यक्ष रामराव शेलके, भाऊसाहब जगताप, सरोज मसगले पाटिल, हेमा पाटिल, अंजली वडजे पाटिल, मृणाली देशपांडे, दीपाली मिसाल, जगन्नाथ काले,किरण पाटिल डोणगांवकर, संदिप बोरसे, अतिश पितले  संभाले हुए थे। दोपहर मोर्चा क्रांति चौक से निकला। मोर्चा चंद दूरी आगे बढ़ते ही पुलिस ने बैरिकेट लगाकर उसे रोका।  

    कांग्रेसियों ने किया ठिय्या आंदोलन 

    पुलिस ने कांग्रेसियों को क्रांति चौक से चंद कदम दूरी पर रोकते ही कांग्रेसियों ने करीब एक घंटा तक उसी स्थल पर ठिय्या आंदोलन किया। आंदोलन के दौरान पार्टी पदाधिकारियों ने कांग्रेसियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जमकर राग अलापा। पार्टी पदाधिकारियों ने जबसे देश में मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है, तबसे देश की बिगड़ती आर्थिक व्यवस्था, साम्प्रदायिक तनाव को लेकर मोदी सरकार की पोल खोली। इसी दौरान कांग्रेसियों ने नारे लगाए। महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी की सरकार है। इस सरकार में कांग्रेस भी शामिल है, लेकिन गृह विभाग एनसीपी के पास है। ऐसे में क्या एनसीपी के आला नेताओं के इशारे पर पुलिस ने कांग्रेसियों को रोकने की चर्चा जारी थी। करीब एक घंटा बाद कांग्रेसियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेटस तोड़कर मोर्चा आगे ले जाने का प्रयास किया।  इससे पूर्व ही क्रांति चौक पुलिस ने सभी कांग्रेस पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर क्रांति चौक ले गए, बाद में कांग्रेसियों को रिहा किया गया।  

    केन्द्रीय मंत्री के इशारे पर पुलिस ने रोकी हमारी गाडि़यां 

    उधर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. कल्याण काले ने आरोप लगाया कि शहर के हर्सूल टी पॉईंट, क्रेम्ब्रिज चौक में पुलिस ने कार्यकर्ताओं के वाहन और मोर्चे को रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने शहर कांग्रेस कार्यकर्ता मोर्चे में कम संख्या शामिल होने को लेकर चिंता जताई। इस बीच, मोर्चे को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था। कांग्रेसियों से ज्यादा पुलिस कर्मचारी मोर्चे को लेकर बंदोबस्त पर तैनात थे। 

    डॉ. कराड के घर पहुंचे बीजेपी पदाधिकारी  

    इधर, कांग्रेसी केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड के घर मोर्चा निकालने की खबर मीडिया के माध्यम से बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पता चलने पर सुबह से ही वे बड़ी संख्या में डॉ. कराड के घर पहुंचे। बीजेपी पदाधिकारी कांग्रेसियों को जवाब देने के लिए तैयार थे, परंतु पुलिस ने कांग्रेसियों को पहले ही रोक दिया।  जिससे कांग्रेसी डॉ. कराड के घर नहीं पहुंच पाएं। मोर्चे में एड. सैयद अकरम, हमद चाउस, इकबाल सिंह गिल, डॉ. अरुण सिरसाठ, शेख अथर, सैयद हमीद, मोइन शेख हर्सूलकर, शेख मोहसीन, वरुण पाथ्रीकर, बाबासाहब मोहिते, भास्कर घायवट, गजानन मते, मनोज शेजुल, संतोष शेजूल, बबन कुनारे, विठठल कोरडे, पुंडलीक जंगले के अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।