Repair work of historic Clock tower of Shahganj started

Loading

औरंगाबाद. ऐतिहासिक औरंगाबाद शहर (Aurangabad City) के पुराने इलाकों में कई ऐतिहासिक स्थलें हैं, जो अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे थे. मनपा प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) ने पुराने शहर की पहचान को बरकरार रखने ऐतिहासिक दरवाजे (Historical Doors) और शाहगंज परिसर में स्थित क्लॉक टॉवर के मरम्मत का कार्य स्मार्ट सिटी प्रकल्प के माध्यम से हाथ में लिया गया है. इसके तहत शाहगंज में स्थित क्लॉक टॉवर के मरम्मत का कार्य शुरु किया गया.

क्लॉक टॉवर के दीवार का खराब प्लास्टर निकालकर काम शुरु किया गया. प्रकल्प के वर्क ऑर्डर के अनुसार, प्रकल्प पर 29 लाख 11 हजार रुपए खर्च हो रहे है. आगामी 4 माह में यह काम पूरा होगा. शाहगंज चमन के टॉवर को ऐतिहासिक विरासत है. 1901 से 1906 काल में निर्माण किए गए ऐतिहासिक टॉवर पर लगी घड़ी निजाम काल की है. पवित्र रमजान माह में सहर और इफ्तार के लिए क्लॉक टॉवर में लगा हुआ अलर्म बजाया जाता था. देखभाल के अभाव में गत कई सालों से टॉवर पर लगी घड़ी बंद पडी थी. 

पुराने शहर की पहचान है टॉवर 

मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने कहा कि पुराने शहर की पहचान ऐतिहासिक टॉवर के चलते है. टॉवर, घड़ी का संवर्धन करने पर पुराने शहर का अतीत की महिमा फिर से मिलने में मदद मिलेगी. ऐतिहासिक दरवाजों का संरक्षण और सुशोभिकरण हाथ में लिया गया है. स्मार्ट सिटी प्रकल्प के अंतर्गत और कई प्रकल्प हाथ में लिए जाएंगे. पांडेय ने बताया कि ठेकेदार को काम को लेकर पत्र देने के बाद ठेकेदार ने बैंक की गारंटी देने के बाद प्रत्यक्ष रुप से काम शुरु हुआ.