औरंगाबाद : राज्य सरकार (State Government) के शिक्षा विभाग (Education Department) के निर्देश (Instructions) पर ग्रामीण क्षेत्रों (Rural Areas) में स्कूल कल बुधवार 1 दिसंबर से शुरु हो रहे है। लेकिन, औरंगाबाद महानगरपालिका प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय ने शहर में स्कूल खोलने का निर्णय 10 दिसंबर तक टाल दिया है। मंगलवार शाम महानगरपालिका के एज्यूकेशन ऑफिसर ने मीडिया कर्मियों को बताया कि कक्षा 1 से 7 वीं तक के स्कूल 1 दिसंबर से खोलने का निर्णय प्रस्तावित था। लेकिन, कोविड-19 के नए विषाणु के खतरे को ध्यान में रखकर महानगरपालिका प्रशासन ने औरंगाबाद शहर के सभी स्कूल खोलने का निर्णय 10 दिसंबर तक के टाल दिया।
महानगरपालिका प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय से चर्चा कर स्कूल खोलने का निर्णय 10 दिन तक के लिए टालने की जानकारी शिक्षणाधिकारी ने दी। इससे पूर्व दिए आदेश के अनुसार कक्षा 8वीं से 12वीं कक्षा के क्लासेस जारी है। गौरतलब है कि बीते करीब पौने दो सालों से शहर में सभी स्कूल बंद है। गत वर्ष मार्च माह में पूरे देश में लॉकडाउन जारी करने के बाद तबसे स्कूल बंद है। चालू वर्ष के अगस्त माह में कोविड-19 को लेकर हालत में सुधार के बाद कक्षा 8वीं से 12वीं तक के स्कूल और कॉलेज खोले गए थे। सितंबर से नवंबर एंड तक कोविड महामारी के प्रकोप पर बड़े पैमाने पर रोक लगने के बाद राज्य स्तर पर स्कूल खोलने को लेकर गतिविधियां तेज थी। दीपावली के बाद राज्य में कोरोना का प्रसार लगभग खत्म होने पर राज्य के शिक्षा विभाग ने 1 दिसंबर 2021 से सभी स्कूल खोलने का निर्णय लिया।
एक सप्ताह से अधिक का इंतजार करना होगा
इस निर्णय के तहत औरंगाबाद जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार से कक्षा 1 से 7वीं के सभी निजी व सरकारी स्कूल खुल रहे। लेकिन, कोविड-19 के नए विषाणु का प्रसार के आशंका के चलते महानगरपालिका प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने शहर में 1 दिसंबर से स्कूल खोलने के निर्णय को टाल दिया है। महानगरपालिका प्रशासन शहर में स्कूल खोलने का निर्णय 10 दिसंबर के बाद लेगा। बीते पौने दो सालों से स्कूल बंद होने से बच्चों में बेचैनी है। स्कूल 1 दिसंबर से खुलने की घोषणा के चलते बच्चों ने स्कूल जाने की तैयारियां शुरु कर दी थी। लेकिन, शहर में स्कूल खोलने का निर्णय टालने से बच्चों को फिर एक बार स्कूल जाने के लिए एक सप्ताह से अधिक का इंतजार करना होगा।