G. Srikanth

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छत्रपति संभाजीनगर: शहर के 115  वार्डों को नौ जोन में बांटा हुआ है। इसमें कई वार्डों के नागरिकों को अपने कामों के लिए अपने वार्ड से कोसों दूर में स्थित जोन कार्यालय (Zone Office) में चक्कर कांटने पड़ते हैं। इसको लेकर नागरिकों को होनेवाली असुविधा से राहत देने के साथ ही काम में पारदर्शिता (Transparency) लाने के लिए नौ जोन कार्यालयों के क्षेत्र में जल्द बदलाव करने के संकेत छत्रपति संभाजीनगर महानगरपालिका (Chhatrapati Sambhajinagar Municipal Corporation) कमिश्नर जी. श्रीकांत ने दिए।

महानगरपालिका कमिश्नर जी. श्रीकांत (G. Srikanth) ने शहर के कई विषयों पर स्मार्ट सिटी कार्यालय में महानगरपालिका के अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तार से चर्चा की। बैठक में समय पर न पहुंचनेवाले अधिकारियों पर थोड़ी सख्ती बरतते हुए उन्हें बैठक में समय पर आने के निर्देश दिए। बैठक में कमिश्नर जी. श्रीकांत ने शहर के सभी नौ जोन के क्षेत्रों की जानकारी ली। तब उन्होंने बताया कि  जोन में शामिल कई वार्ड जोन कार्यालय से काफी दूर हैं। ऐसे में उन वार्डों के नागरिकों को अपनी समस्याओं को हल करने के लिए लंबी दूरी वाले जोन कार्यालय के चक्कर कांटने पड़ते हैं। 

महानगरपालिका कमिश्नर ने दिए ये संकेत 

ऐसे में उन नागरिकों को राहत देने के साथ ही काम में पारदर्शिता लाने के लिए जल्द ही जोन कार्यालय का क्षेत्र बदलने पर कमिश्नर ने संकेत दिया। उनका मानना था कि वर्तमान में जोन कार्यालयों की जो सीमा तय की हुई है, उसके लिए नैचुरल बांड्री फॉलो न करने के चलते नागरिकों को कई समस्याएं आ रही हैं। ऐसे में  पहले जोन कार्यालय क्षेत्र की तय की गई सीमा में कई बदलाव करने की जरुरत है। हर जोन के सीमा में बदलाव के लिए उस पर काम करने के निर्देश भी कमिश्नर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए। 

नालों की सफाई को लेकर दिए ये निर्देश 

कमिश्नर ने बैठक में शहर में मानसून पूर्व प्रशासन द्वारा जारी नालों की सफाई का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को गत तीन साल में शहर में अधिक बारिश होने पर कौन-कौन से  इलाकों में बारिश के पानी को लेकर आई समस्याएं अभ्यास कर एक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। उन्होंने मानसून को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी तैयारियों का भी जायजा लिया। नालों की सफाई करते समय नियोजनबद्ध तरीके से नालों की सफाई को लेकर सख्त निर्देश कमिश्नर ने दिए। उन्होंने सिटी डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान से प्रारुप लेकर बारिश को लेकर शहर के किन इलाकों  में समस्याएं निर्माण हो सकती, इसका डाटा जमा करने के निर्देश दिए। उन्होंने नालों की सफाई मई एंड तक पूरी करने के निर्देश दिए। साथ ही नालों की सफाई के लिए कार्यरत जेसीबी पर चालकों की संख्या बढ़ाकर युद्धस्तर पर सफाई करने के निर्देश भी दिए। 

 छोटे एसटीपी प्लांट का हो निर्माण 

शहर के कांचनवाडी में एसटीपी प्लांट कार्यरत है। उस प्लांट से शहर का जरुरतमंद व्यक्ति वहां आकर पानी ले जाना असंभव  है। ऐसे में शहर के जिन इलाकों में इमारतों का निर्माण कार्य जारी है। खेल के मैदान हैं, उन इलाकों से जाने वाली ड्रैनेज लाइन के निकट छोटे-छोटे एसटीपी प्लांट का निर्माण कर जरुरतमंदों को वहां से पानी की आपूर्ति करने पर कमिश्नर ने जोर दिया। कमिश्नर ने कहा कि शहर के नई इलाकों में बड़े पैमाने पर इमारतों का निर्माण कार्य जारी है। उन्हें पानी की जरुरत होती है। ऐसे में प्रशासन ने शहर के कुछ इलाकों में छोटे एसटीपी प्लांट का निर्माण किया तो लोगों को उनके क्षेत्र में ही पानी मिलेगा। उसको लेकर उन्होंने संबंधित विभाग के उपायुक्त सोमनाथ जाधव अभ्यास कर एक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।