Uddhav Thackeray in Hingoli
उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)

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छत्रपति संभाजीनगर. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने चुनावी बॉण्ड (Electoral Bond) खरीदने वालों का विवरण देने के लिए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा समय मांगे जाने को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। ठाकरे ने प्रदेश के लातूर जिले के औसा में कहा कि जब ऋण चुकाने में किसानों की ओर से कोई चूक या देरी होती है तो बैंक तुरंत किसानों की सारी जानकारी सामने ले आते हैं, लेकिन चुनावी बॉण्ड मुद्दे पर बैंक विवरण देने के लिए समय मांग रहे हैं।

उन्होंने कहा, “जब किसान ऋण चुकाने में असमर्थ होते हैं तो बैंक उनके दरवाजे पर नोटिस चिपका देते हैं। उनके पास उन किसानों की सारी जानकारी होती है जो समय पर ऋण नहीं चुका पाते हैं। लेकिन चुनावी बॉण्ड के लिए वे (बैंक) विवरण जमा करने के लिए समय मांग रहे हैं।”

उच्चतम न्यायालय ने 15 फरवरी को चुनावी बॉण्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए इसे रद्द कर दिया था। इसने भारतीय स्टेट बैंक को छह मार्च तक इन बॉण्ड से जुड़ा विवरण देने के लिए कहा था, लेकिन बैंक ने समय सीमा 30 जून तक बढ़ाने की मांग करते हुए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है।

ठाकरे ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर उनके उस बयान के लिये निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र की राजग सरकार ने दस साल में जो काम कर दिया वह कांग्रेस 40 साल में भी नहीं कर सकी। ठाकरे ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “दस साल में भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी बॉण्ड से सात हजार करोड़ रुपये जुटाये हैं जबकि कांग्रेस केवल 600-700 करोड़ रुपये ही जुटा सकी।”

भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के दावे पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि सरकार को वर्तमान के बारे में बात करनी चाहिए। ठाकरे ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे सरकार ने विज्ञापनों पर 85 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह सत्ता में होते तो यह राशि किसानों के कल्याण पर खर्च होती। ठाकरे लातूर और धाराशिव जिलों के दो दिवसीय दौरे पर हैं और इस दौरान तुलजापुर, कलांब, उमरगा और भूम में सभाओं को संबोधित करेंगे। (एजेंसी)