
औरंगाबाद. शिवसेना प्रमुख स्व. बाल ठाकरे के नाम से बनाए जा रहे नागपुर-मुंबई समृध्दि महामार्ग (Nagpur-Mumbai Samruddhi Mahamarg) का कार्य ठेकेदार (Contractor) द्वारा हल्के दर्जे का है। ऐसा आरोप लगाते हुए जालना जिले (Jalna District) के निधोना/अंबेडकर नगर ग्राम पंचायत ने ठेकेदार का ठेका रद्द करने का प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित किया। इसकी शिकायत ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) से करते हुए ठेकेदार द्वारा समृद्धि महामार्ग के काम में किए जा रहे धांधलियों पर प्रकाश डाला।
ग्राम पंचायत की सरपंच सुमनबाई आदमाने, उप सरपंच रेणुका सोनवने, ग्रामसेवक वीबी गायकवाड ने सीएम ठाकरे को भेजे ज्ञापन में बताया कि मोन्टोकार्ला कंपनी ने समृध्दि महामार्ग के काम का ठेका लिया है। इस कंपनी द्वारा महामार्ग का काम हल्के दर्जे का करने से भविष्य में इस महामार्ग पर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए ग्राम पंचायत ने महामार्ग का काम लिए मोन्टोकार्ला कंपनी का ठेका रद्द करने का प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित किया है।
टीपीएफ कंपनी के अधिकारियों को मैनेज करने का आरोप
ग्राम पंचायतों के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि महामार्ग के काम के इन्सपेक्शन के लिए टीपीएफ कंपनी की नियुक्ति की गई है। सड़क का काम ली मोन्टोकार्लो कंपनी ने टीपीएफ कंपनी के अधिकारियों से मैनेज किया है। जिससे टीटीफ के अधिकारी भी ठेकेदार द्वारा किए जा रहे हल्के दर्ज के कार्य को अनदेखी कर रहे हैं। महामार्ग का काम हल्का होने से सड़क के निर्माण के बाद से ही उसमें कई दरारें पैदा हो चुकी हैं।
ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने सीएम को भेजा ज्ञापन
ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने सीएम ठाकरे को भेजे ज्ञापन में बताया कि महामार्ग का काम ली मोन्टोकार्लो कंपनी ने निधोना ग्राम परिसर में स्थित चारागाह जमीन से बड़े पैमाने पर द्वितीयक खनिज चुराया। उसके लिए ग्राम पंचायत और जिला प्रशासन से किसी प्रकार की इजाजत नहीं ली। गांव से सटे चारागाह जमीन में बड़े-बड़े गड्डे किए। इन गडडों से गांव के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मोन्टोकार्लो कंपनी द्वारा किए जा रहे हल्के दर्ज के काम की जांच कर उक्त कंपनी का ठेका रद्द करने की मांग ग्राम पंचायत के सदस्यों ने की।