सिहोरा. निरंतर बारिश से किसानों की धान फसल की नर्सरी सड़ गई हैं. तीसरी बार नर्सरी सडने से किसानों के सामने बडी समस्या निर्माण हुई है.इस पर किसान बडी बेसब्री के साथ सर्वेक्षण करने की राह देख रहा है. लेकिन न तो कृषि विभाग के अधिकारी खेतों का सर्वेक्षण करने आ रहे है और न ही राजस्व विभाग के अधिकारी.
रोपाई किया गया धान अधिक बारिश के कारण सड़ने के बाद भी सर्वेक्षण का काम थंडे बस्ते में पडा हुआ है. कृषि विभाग के अधिकारी अब तक खेतों में नहीं पहुंचे है ऐसा आरोप किसानों की ओर से लगाया जा रहा है. निरंतर बारिश से किसानों का भारी नुकसान हुआ है. लेकिन किसानों को मुआवजा देने के संबंध में अनदेखी साफ तौर पर देखी जा रही है. पिछले पखवाड़े निरंतर बारिश हुई थी.
परिसर में एक नहीं बल्कि चार-बार कुछ गांवों का संपर्क टूट चुका था. खेत परिसर में निरंतर पानी जमा होने से धान फसल की नर्सरी सड़ गई है. दो बार नर्सरी सड़ने के बाद तीसरी बार नर्सरी लगाने की नौबत कुछ किसानों पर आई है. अनेक गांवों में दोबारा धान फसल की रोपाई करने की समय आया है.
रोपाई के सर्वेक्षण की मांग
सांप जाने के बाद लाठी मारने का मामला कृषि विभाग में हो रहा है. खेत परिसर जमीदोज होने के बाद कृषि विभाग को कुछ भी नहीं दिखेगा. किसान नुकसानग्रस्त धान फसल की रोपाई के सर्वेक्षण की मांग कर रहा है.