भंडारा. केंद्र सरकार ने मंहगाई तथा अकाल के मौसम में पेट्रोल तथा डीजल के भाव में कई बार वृद्धि की है. पेट्रोल-डीजल के भाव में वृद्धि का असर गरीब जनता के बजय पर पड़ रहा है. दर में वृद्धि से यातायात क्षेत्र में इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा. किसानों पर भी असर पड़ा है. कृषि कार्य के प्रति प्रयोग में लाए जाने वाले ट्रैक्टर डीजल से चलता है, लेकिन डीजल का भाव बढ़ने से उसका सीधा असर किसानों पर भी पड़ रहा है. जीवनावश्यक वस्तुओं के भाव में बहुत ज्यादा है. पेट्रोल-डीजल के भाव में वृद्धि से किसानों का खर्च गड़बड़ा गया है. वहीं दूसरी ओर तेल 100 रु. किलो, चीनी 45 रु., चायपत्ती 380 रु., सूजी 40 रु., चना दाल 80 रु., पोहा 50 रु., तुअर दाल 110 रु., प्रति किलो बिक रहा है.