Paddy Truck Arrested
File Photo

  • व्यापारियों का माल पकड़कर पुलिस को सौंपा

Loading

पालांदूर. बाहरी राज्यों से धान लाकर महाराष्ट्र में बेचने की कोशिश की जा रही है. ऐसे ही बाहरी राज्यों से धान लाकर लाखनी तहसील में बेचने वाले लोगों को जेवनाला के किसानों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया है. धान उत्पादक किसानों को वित्तीय सहायता मिलनी चाहिए, इसलिए सरकार ने 700 रुपये प्रोत्साहन राशि घोषित की है. इस कारण तहसील के साथ-साथ जिले के व्यापारी उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश ऐसे कई राज्यों से 10 विलर ट्रकों के माध्यम से कम कीमतों पर धान की खरीदी करके, सातबारा जिस स्थान पर मिलेगा. वहां धान की गिनती करते है और लाखों का लाभ कमाते है. सरकार इस कदाचार को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ करती नज़र आ रही है. इसका फायदा उठाकर कई व्यापारी हजारों क्विंटल धान की गिनती कर रहे है.

ट्रक से बोरे उतारते पकड़ा

जेवनाला के किसानों ने बोरों को उतारते हुए देख सभी किसान इकट्ठा हुए और पुलिस को सूचित करते हुए ट्रक (क्र. एमएच 40 बीएल 9899) 14 चक्का को तहसीलदार को सौंप दिया. केंद्र पर किसान अरविंद हेमने, केदार गिरेपुंजे, निखिल बोरकर, विठ्ठल हेमणे, विनायक बुरडे, पुरुषोत्तम हेमने आदि उपस्थित थे. आगे की जांच पालांदुर पुलिस स्टेशन के पुलिस उपनिरिक्षक माधव वनवे कर रहे है. 

यूपी से लाया था धान

किसान अरविंद हेमने ने बताया कि जब हम किसान धान की जांच करने के लिए खरीदी केंद्र पर गए तो वहां हमने ट्रक (क्रमांक एम एच 40 बीएल 9899) से धान उतारते देखा. हमें संदेह हुआ कि कोई किसान अपने धान इस प्रकार से नहीं ला सकता है. इसलिए हमने इसकी जानकारी निकाली तो समझ में आया कि पूरी खेप यूपी से आई है. हमने तुरंत अधिकारियों से संपर्क किया और उन्हें सूचित किया.

1,000 देकर खरीदी सात-बारह की खरीदी

दूसरे राज्यों से कम कीमत पर लानेवाले धान की बिक्री के लिए एक बड़ी श्रृंखला तैयार की गई है. बड़े व्यापारी पूरे धान को एक स्थान पर उतार देते है. छोटा व्यापारी इसे विभाजित करता है. समर्थन मूल्य पर बेचता है. किसानों की ओर से बताया जा रहा है कि छोटे व्यापारी गांव के किसानों को प्रति एकड़ 1000 रुपये का भुगतान करते है और सातबारा खरीदते हैं.