Eknath Shinde, Maharashtra Politics
एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)

Loading

महाराष्ट्र: शिंदे-फडणवीस की सरकार आने से महाराष्ट्र (Maharashtra) के विकास को और भी गति मिल गई है। ऐसे में आज हम आपके लिए और एक बड़ी खबर लेकर आये है। जी हां दरअसल महाराष्ट्र के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब महाराष्ट्र के सभी सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से मुफ्त इलाज होगा। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने घोषणा की है। आइए यहां जानते है पूरी डिटेल्स…

15 अगस्त से मुफ्त इलाज 

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने ऐलान किया कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में इलाज की यह योजना 15 अगस्त से महाराष्ट्र में लागू होगी। इस योजना के लागू होने के बाद राज्य के सरकारी अस्पतालों में इलाज और टेस्ट फ्री होंगे। यह निर्णय राज्य कैबिनेट की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया है, जिसमें भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत नागरिकों के स्वास्थ्य के अधिकार को मंजूरी दी गई है। ऐसे में अब सरकार के इस फैसले से राज्य के गरीबों, जरूरतमंदों और मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। 

इन अस्पतालों में होगा फ्री में इलाज 

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, महिला अस्पताल, जिला सामान्य अस्पताल, उपजिला अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों और कैंसर अस्पतालों में मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। इतना ही नहीं बल्कि नासिक और अमरावती में स्थित कैंसर अस्पताल भी मुफ्त में इलाज करेंगे। जानकारी के लिए आपको बता दें कि फिलहाल इन सभी अस्पतालों में एक साल में करीब 2 करोड़ 55 लाख नागरिक इलाज के लिए आते हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में जन स्वास्थ्य विभाग के कुल 2418 संस्थान हैं, इन सभी जगहों पर मरीजों को मुफ्त इलाज मिलेगा, जिससे उन्हें बड़ी मदद होगी। 

मुफ्त में होगी सर्जरी 

इस बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि ”ओपीडी में आने वाले मरीजों को बिल भुगतान के लिए दो से तीन घंटे तक कतार में खड़ा रहना पड़ता है। इन सबका आकलन करें तो सरकारी खजाने में हर साल 71 करोड़ रुपये जमा होते हैं, लेकिन कतारों में खड़े रहने से अक्सर इलाज में देरी होती है।” आगे उन्होंने बताया कि ”पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल तक सभी सरकारी अस्पतालों में केस पेपर चार्ज से लेकर सर्जरी तक का मुफ्त इलाज होगा।

 <

दिखाना होगा आधार कार्ड

यह फैसला स्वास्थ्य विभाग का है और यह फैसला उसके अंतर्गत आने वाले अस्पताल पर लागू होगा। ” उन्होंने यह भी बताया कि नगर निगम के अस्पतालों में यह सेवा उपलब्ध नहीं होगी, लेकिन मुफ्त इलाज के लिए आधार कार्ड दिखाना होगा। आधार कार्ड दिखाने के बाद आपका मुफ्त इलाज होगा। 

ऐतिहासिक फैसला

जानकारी के लिए आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के पास करीब 12 से 13 हजार करोड़ का बजट है। ऐसे में अब इस योजना से सरकार के खजाने पर हर साल 100 से 150 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।  हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि हमने यह ऐतिहासिक फैसला लिया है। ऐसे में अब उम्मीदहै कि महारष्ट्र के गरीब वर्ग को इस बड़े योजना का लाभ होगा और उनका इलाज मुफ्त में होगा।