Uddhav Thackeray

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    महाराष्ट्र: काल यानी बीते शुक्रवार को चुनाव आयोग ने शिवसेना और धनुष-बाण के चुनाव चिन्ह को लेकर अहम फैसला सुनाया है। चुनाव आयोग द्वारा एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी का नाम शिवसेना और धनुष और तीर का चुनाव चिन्ह दिया गया है। ऐसे में अब ठाकरे गुट के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। जब की चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को चुनाव चिन्ह धनुष बाण दिया है, इसलिए अब शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट को मशाल सिंबल का इस्तेमाल करना होगा। लेकिन यहां भी ठाकरे गुट की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के मशाल चिन्ह पर समता पार्टी ने दावा किया है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर… 

    समता पार्टी की मांग… 

    जानकारी के लिए आपको बता दें कि समता पार्टी की ओर से मांग की गई है कि शिवसेना के उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट को दिए गए मशाल चिन्ह को फ्रीज कर दिया जाए। ऐसे में आज सुबह 10 बजे समता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल इसी पृष्ठभूमि पर केंद्रीय चुनाव आयोग जाएगा। समता पार्टी के अध्यक्ष उदय मंडल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल कमिश्नर से मिलेगा और समता पार्टी अपनी बता रखेगा। 

    जानें आखिर क्या विवाद है

    जैसा की महाराष्ट्र की जनता जानती है। शिवसेना से एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना में दो गुट बन गए थे ठाकरे गुट और शिंदे गुट। ऐसे में पार्टी चिन्ह को लेकर शिवसेना और धनुष बाण प्रतीकों पर दोनों समूहों ने दावा किया था। दोनों समूहों के दावों के कारण, चुनाव आयोग ने अंतिम फैसले तक पार्टी के नाम और धनुष और तीर के प्रतीक को फ्रीज करने का फैसला किया। धनुष-बाण चिन्ह फ्रिज करने के बाद ठाकरे गुट को मशाल चिन्ह दिया गया। 

    समानता पार्टी का दावा

    ज्ञात हो कि चुनाव आयोग ने शुक्रवार को अपना फैसला सुनाया। चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को चुनाव चिन्ह धनुष बाण और शिवसेना नाम दिया है। लिहाजा अब ठाकरे गुट को चिन्ह के तौर पर मशाल का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, लेकिन आपको बता दें की अब ठाकरे गुट की मुश्किलें और भी बढ़ गई है क्योंकि समता पार्टी ने मशाल के चुनाव चिह्न पर भी दावा ठोक दिया है। आज सुबह दस बजे इसी पृष्ठभूमि में समता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग जाएगा, जानकारी के लिए आपको बता दें कि समता पार्टी का भी चिन्ह मशाल ही है।