भीषण गर्मी में बस स्टैंड पर पानी का संकट; विद्यार्थी और यात्रियों को भारी परेशानी

    Loading

    • अधूरे बस स्टैंड से कर्मचारियों को भारी परेशानी

     मूल. करोड़ों रुपए की लागत से यहां बन रहे सर्वसुविधायुक्त बस स्टैंड का काम  निर्माण की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी पूरा नहीं हुआ है. इन दिनों सुर्य से आग बरस रहीं है ऐसे में पानी के लिए विद्यार्थी और यात्रियों को इधर उधर भटकना पड़ रहा है. उसी प्रकार बाहर कुर्सी लगाकर कर्मचारी बैठे रहते है. शेड के एक दिशा से तेज धूप आती है इसकी वजह से कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए बस स्टैंड का काम जल्द पूरा करने की मांग हो रही है.

    अनेक मार्गो के बीच है मूल बस स्टैंड

    5 महीने से अधिक समय तक राज्य परिवहन निगम के कर्मचारी हडताल पर थे इसकी वजह से बसेस ठप पडी थी. किंतु 22 अप्रैल से कर्मचारियों के काम पर लौटने के बाद से बस सेवा सुचारु हो गई है और बसों को बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है. किंतु यहां के बस स्टैंड पर पेयजल और वाशरुम में पानी न होने की वजह से विद्यार्थी और यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पडती है. मूल बस स्टैंड चंद्रपुर, गडचिरोली, ब्रम्हपुरी, चिमूर और गोंडपिपरी मार्ग के केंद्र पर है.

    महामार्ग पर स्थित बस स्टैंड से प्रतिदिन 150 से अधिक बस दौडती है जिसमें हजारों की संख्या में मुसाफिर सफर करते है. सदा भरी भीड रहने वाला मूल बस स्टैंड मध्य में होने से मुसाफिरों के लिए सुविधाजनक हो इस उद्देश्य से तत्कालीन सरकार ने पुराना बस स्टैंड ढहा कर नया बस स्टैंड निर्माण शुरु किया. किंतु इसका काम पूरा नहीं हो सका है.

    वाशरुम में पानी का अभाव

    यहां पर शौचालय की व्यवस्था है  किंतु वहां पर पानी न होने की वजह से अनेकों को खुले में जाना पडता है. इसमें विशेष रुप से महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. क्योंकि पुरुष तो कही भी हल्के हो लेते है किंतु महिलाओं को तो सुविधा की आवश्यकता पडती है.किंतु पानी न होने की वजह से करोडों की लागत से बन रहे बस स्टैंड की उपयोगिता पूरी नहीं हो रही है.

    करोडों खर्च कर बस स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है किंतु कुछ महीने तक काम ठप पडा था. इसकी वजह से आज भी बनाये शेड के एक दिशा से तेज धूप आती है इससे वहां बैठने वाले कर्मचारियों को भारी परेशानी उठानी पडती है. टीन का शेड तेज धूप में भट्ठी की तरह तपता है. इसलिए जनप्रतिनिधि और वरिष्ठों से इस ओर ध्यान देकर तुरंत काम पुरा कराने की मांग यात्री और कर्मचारियों ने की है.