- ठाकरे सरकार पर बीजेपी बौखलाई
- बुलेट ट्रेन की जगह मेट्रो कार शेड से बवाल
मुंबई. मेट्रो ट्रेन (Metro train) के लिए कार शेड (Car shed) बनाने की जगह को लेकर ठाकरे सरकार और बीजेपी (BJP) के बीच ठन गई है. मुंबई हाईकोर्ट (Mumbai High Court) ने कांजुरमार्ग (Kanjurmarg) में मेट्रो कार शेड (Metro Car Shed) बनाने पर रोक लगा दी है. ऐसे में अब ठाकरे सरकार ने बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स (Bandra-Kurla Complex) में बुलेट ट्रेन (Bullet train) के लिए दी गई जगह पर मेट्रो कार शेड बनाने की योजना बना रही है. इस खबर से महाराष्ट्र बीजेपी के नेता बौखला गए हैं.
विधानसभा में नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा है कि सीएम के सलाहकार महाराष्ट्र को डूबा देंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला हास्यास्पद और बचकाना है. फडणवीस ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि सीएम ठाकरे के सलाहकार कौन हैं, जो महाराष्ट्र और सरकार को भी डुबो देने वाले हैं. उन्होंने कहा कि यदि बुलेट ट्रेन स्टेशन को भूमिगत बनाया गया तो इसकी लागत लगभग 5,000-6,000 करोड़ रुपए होगी. ऐसे में जो स्टेशन 500 करोड़ रुपए की लागत बन सकती है, उसके लिए 5,000 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे.वहीं, इसके वार्षिक रखरखाव की लागत 5 से 6 गुना अधिक होगी.
…तो बुलेट ट्रेन की परियोजना लटक जाएगी
फडणवीस ने आरोप लगाया कि ठाकरे सरकार मुंबई के लोगों को मेट्रो से वंचित करने का षड़यंत्र रच रही है. बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा है. ऐसे में यदि ठाकरे सरकार ने बीकेसी में मेट्रो कार शेड बनाने का अंतिम फैसला कर लिया तो बुलेट ट्रेन की परियोजना लटक जाएगी.
मुंबईकरांच्या प्रत्येक विकास प्रकल्पापेक्षा अहंकारी राजा आणि विलासी राजपुत्राचा अहंकारच मोठा आहे.
वैयक्तिक अहंकारातून मुंबईच्या विकास प्रकल्पांचा गळा घोटला!
हे विरोधक? नव्हे हे तर मुंबईच्या विकासातील गतिरोधक!!
2/2— Adv. Ashish Shelar – ॲड. आशिष शेलार (@ShelarAshish) December 18, 2020
अभिमानी राजा और विलासी राजकुमार की कहानी
पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने कहा है कि बीकेसी में मेट्रो कार शेड बनाने की योजना को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके पुत्र आदित्य ठाकरे पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यह फैसला एक अभिमानी राजा और एक विलासी राजकुमार की कहानी कहता है. शेलार ने कहा कि बुलेट ट्रेन योजना को लटकाने के लिए यह साजिश रची जा रही है.