shinde
File Photo

    Loading

    मुंबई: शिवसेना (Shiv Sena) से बगावत करने वाले नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बागी विधायकों (Rebel MLAs) की सुरक्षा हटाए जाने का आरोप लगते हुए उनकी सुरक्षा बहाल करने की मांग की है। उन्होंने इस संदर्भ में गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Walse Patil) को पत्र (Letter) लिखा है। एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा है कि सुरक्षा उपलब्ध करना सरकार की जिम्मेदारी है यदि कुछ हुआ तो इसके लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, आदित्य ठाकरे और संजय राउत जिम्मेदार होंगे। हालांकि, गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने सुरक्षा हटाए जाने के आरोपों से इनकार किया है।

    शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार ने उनके आवास सहित 16 बागी विधायकों के यहां उपलब्ध कराई गई सुरक्षा वापस ले ली है। शिंदे ने इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ की भावना से की गई कार्रवाई बताया है। 

    एकनाथ शिंदे ने किया ट्वीट

    बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के नाम एक पत्र ट्वीट किया है जिस पर 16 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। विधायकों ने मांग की है कि उनकी सुरक्षा बहाल की जाए। विधायकों ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य हमारे संकल्प को तोड़ना और एनसीपी और कांग्रेस के गुंडों वाली महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के समक्ष हमें झुकाना है। महाविकास आघाड़ी सरकार के कई नेता अपने कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए उकसा रहे हैं। यह भी कहा गया है कि पंजाब में भी वहां की सरकार ने कुछ उच्च पदों वाले लोगों की सुरक्षा हटाई थी जिसकी वजह से वे गैंगस्टर के निशाने पर आ गए।

    किसी भी विधायक की सुरक्षा नहीं हटाई गई है। न तो मुख्यमंत्री ने और न ही गृह विभाग ने राज्य में किसी विधायक की सुरक्षा वापस लेने के आदेश दिए हैं। इस संबंध में लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं। गृह विभाग ने मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए विधायकों के परिवारों को सुरक्षित रखने के लिए उनके आवास पर सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। एकनाथ शिंदे झूठे आरोप लगा कर गुमराह कर रहे हैं।

    - दिलीप वलसे पाटिल, गृहमंत्री, महाराष्ट्र