Elgar to workers for old pension, strike affects government work throughout the day

Loading

गड़चिरोली. पुरानी पेंशन योजना के लाभ के लिये राज्य सरकारी कर्मचारी मध्यवर्ती संगठन द्वारा संपूर्ण राज्य में हड़ताल की घोषणा की गई थी. जिसके नुसार मंगलवार को जिले के सरकारी, निमसरकारी ऐसे विभिन्न विभागों के हजारों अधिकारी व कर्मचारियों ने राज्य सरकार एल्गार पुकारते हुए हड़ताल में शामिल हुए. इस राज्यव्यापी हड़ताल को जिले के कर्मचारियों ने भारी प्रतिसाद देने से सरकारी कामकाज दिनभर प्रभावित हो गया था. 

एक ही मिशन, पुरानी पेंशन का नारा देते हुए मंगलवार को सरकारी अधिकारी व कर्मचारी वर्ग ने सरकार के खिलाफ एल्गार पुकारते हुए हड़ताल किया. इस अंतर्गत जिलाधिश कार्यालय के सामने विभिन्न कर्मचारी संगठन द्वारा दोपहर 12 बजे दस्तक दी गई. आंदोलन के पहले जिलाधिश कार्यालय के सामने सभा का आयोजन किया गया.

इस में संगठन के पदाधिकारियों ने आंदोलनकर्ता कर्मचारियों को मार्गदर्शन किया. इस समय पुरानी पेंशन की मांग को लेकर घोषणा दी गई. वहीं पुरानी पेंशन पाने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही. इसके बाद अपनी मांगे सरकार तक पहुंचाने के लिये जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया. वहीं दुसरी ओर कर्मचारियों के हड़ताल के चलते जिले के विभिन्न विभागों के कार्यालयीन कामकाज पुरी तरह प्रभावित हो गये थे. जिसके कारण सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा छाया हुआ था. 

इन मांगों का है समावेश 

एनपीएस खारिज कर पुरानी पेंशन योजना लागु करने, ठेका, अंशकालीन, रोजंदारी कर्मचारियों की सेवा नियमित करने, सभी रिक्त पद तत्काल भरने, कामगार कानून में बदलाव किए जटील शर्ते खारिज करने, चतुर्थ श्रेणी व वाहन चालकों के पद भरने पर बंदी उठाने, शिक्षक, शिक्षकेत्तर, पालिका कर्मचारियों के प्रलंबित मांगे पूर्ण करने, अनुकंपा तत्व की नियुक्तियां बिनाशर्त करने, आदिवासी नक्सलग्रस्त क्षेत्र के कर्मचारियों को सेवा अंतर्गत आश्वासित प्रगती योजना के अलावा एकस्तर वेतनवृध्दि का लाभ कायम रखने और संबंधित कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग नुसार प्रोत्साहन भत्ता लागु करने,  आठवें वेतन आयोग के स्थापना की घोषणा करने आदि समेत विभिन्न मांगों को लेकर संपूर्ण जिले में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों ने हड़ताल किया.

40 से अधिक संगठन में हड़ताल में शामिल

उक्त हड़ताल में राज्य सरकारी कर्मचारी संगठन, जिला परिषद कर्मचारी महासंघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मध्यवर्ती संगठन, शिक्षक संगठन, राजस्व, वन, कृषि, स्वास्थ्य, वाहन चालक, पेसा समन्वयक, रोगायो कर्मचारी आदि समेत विभिन्न 40 से अधिक संगठनों द्वारा हड़ताल किया गया. इस हड़ताल में करीब 10 हजार से अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए थे. जिससे जिले के सरकारी कार्यालयों समेत स्कूलों में सन्नाटा दिखाई दिया.

जिला मुख्यालय समेत तहसीलों में भी प्रदर्शन

जिले के  सरकारी, निमशासकीय अधिकारी, कर्मवारी वर्ग हड़ताल में शामिल होने से राज्यव्यापी हउ़ताल को भारी प्रतिसाद दिया है. जिलाधिश कार्यालय पर विभिन्न संगठनों ने दस्तक दी. साथ ही जिले के बारह तहसीलों में भी विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया.