खस्ता सड़क की ओर सरकार व प्रशासन की अनदेखी, टायगर गु्रप ने की सड़क की मरम्मत

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    आलापल्ली. अहेरी उपविभाग का आलापल्ली यह शहर केंद्रबिंदु है. इस शहर में प्रशासन के सभी महत्वपूर्ण विभाग होने के साथ ही आलापल्ली से सटकर पुलिस विभाग का उपमुख्यालय है. आलापल्ली शहर में प्रतिदिन विभिन्न कार्यो के लिये सैकड़ों की संख्या में आते है. लेकिन वर्तमान स्थिति में आलापल्ली शहर अंतर्गत सड़कों की हालत पुरी तरह खस्ता हो गयी थी.

    लेकिन खस्ता सड़कों की मरम्मत करने की ओर प्रशासन व सरकार द्वारा अनदेखी की जा रही थी. जिसके कारण वाहनधारक समेत नागरिक पुरी तरह त्रस्त हो गये थे. इसी बीच आलापल्ली के टायगर ग्रुप के सदस्यों ने स्वयं की खस्ता सड़क की मरम्मत की. वहीं प्रशासन व सरकारी की कार्यप्रणाली पर तीव्र नाराजगी व्यक्त की.

    इस समय आलापल्ली ग्रापं के उपसरपंच विनोद अकनपल्लीवार, ग्रापं सदस्य सोमेश्वर रामटेके, मनोज बोलुवार, टायगुर ग्रुप के संचालक साई तुलसीगारी, अध्यक्ष दौलत रामटेके, सचिव आदश्र केशनवार, कुणाल वर्धलवार, दिपक तोगरवार, मोहनिष पेंदोर, नमन नागपुरवार, अमोल सामीलवार, प्रकाश सिंगनेर, सचिन धानोरकर, अमन अलगमवार, विश्वनाथ कोवे, शुभम मधेरलावार, मयूर मेकलवार आदि उपस्थित थे.

    ओवरलोड़ वाहनों से सड़कों पर पडे गड्डे 

    पिछले कुछ माह से त्रिवेणी कंपनी द्वारा एटापल्ली तहसील के सुरजागड़ पहाड़ी पर उत्खनन कर कच्चे माल की ढूलाई की जा रही है. कच्चे माल ले जानेवाले ट्रक ओवरलोड़ होने के कारण इन ओवरलोड़ वाहनों के चलते आलापल्ली शहर के मुख्य सड़क पर गड्डे निर्माण हो गये. जिसके कारण यह गड्डे दुर्घटना को न्यौता दे रहे थे. वहीं सड़कों पर पड़े गड्डे के चलते वाहनधारक व यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. इस संदर्भ में अनेक बार जिला प्रशासन व संबंधित विभाग का ध्यानाकर्षण कराया गया. लेकिन संबंधितों की अनदेखी के कारण आखिकार टायगर ग्रुप के सदस्योंं ने श्रमदान कर सड़क की मरम्मत की.

    त्रिवेणी कंपनी व सरकार का निषेध 

    त्रिवेणी कंपनी द्वारा सुरजागड़ पहाड़ी से ट्रकों की सहायता से कच्चे माल की ढूलाई की जा रही है. रोजाना सैकड़ों की संख्या में ओवरलोड़ वाहनों की आवाजाही शुरू है. जिसके कारण मुख्य मार्ग पर जगह-जगह पर गड्डे निर्माण हो गये थे. लेकिन संबंधित कंपनी व सरकार द्वारा सड़कों पर निर्माण हुए गड्डों की मरम्मत करने की ओर ध्यान नहीं दिया. ऐसे में टायगर ग्रुप से सदस्यों ने श्रमदान कर सड़क की मरम्मत की और त्रिवेणी कंपनी व सरकार का निषेध किया है.