- कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल के प्रयासों को सफलता
गड़चिरोली. अतिदुर्गम, आदिवासीबहुल गड़चिरोली जिले में रोजगार के मौके उपलब्ध नहीं होने से यहां के नागरिकों की आजिविका खेती पर निर्भर है. ऐसे में विगत 2 वर्षो से जिले के वनव्याप्त परिसर में वन्यप्राणीयों ने उत्पात मचाकर अनेक लोगो की जान ली है. वहीं खेत फसल, मकानों का व्यापक नुकसान किया है. सरकारी स्तर पर संबंधितों को नुकसान मुआवजा दिया जा रहा है. लेकिन वह मुआवजा अल्प है, वहीं 8 माह बाद भी संबंधितों को नुकसान मुआवजा नहीं मिलने संदर्भ में गड़चिरोली जिला कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने मुद्दा उपस्थित किया. जिससे वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने इसकी सुध लेकर वनविभाग के संबंधित अधिकारियों को वन्य प्राणीयों द्वारा खेत फसलों के नुकसान मुआवजे में वृद्धि करने के निर्देश देकर कर्तव्य में कोताही बरतनेवाले कर्मचारियों को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए है.
सेमिनरी हिल्स नागपुर के वनविभाग के हरी सिंह सभागृह में वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाडे के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल की जायजा बैठक ली. इस दौरान वनविभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है. आयोजित जायजा बैठक में स्थानीय विधायक डा. देवराव होली, विधायक कृष्णा गजबे, सुभाष धोटे समेत प्रधान सचिव (वने) बी. वेणू गोपाल रेड्डी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन बल प्रमुख शैलेंद्र टेंभुर्णिकर, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव)महिप गुप्ता, नागपुर मुख्य वनसंरक्षक लक्ष्मी, गड़चिरोली के मुख्य वनसंरक्षक एस. रमेश कुमार, वडसा वन विभाग के उप वनसंरक्षक धर्मवीर सालविठ्ठल आदि वनविभाग के अधिकारी तथा महाराष्ट्र प्रदेश महासचिव डा. नामदेव किरसान, मनोहर पोरेटी, विश्वजित कोवासे, छगन शेडमाके, मिलींद खोब्रागडे, तेजस मडावी, पूर्व जिप सदस्य विनोद लेनगुरे, पिंकु बावणे आदि कार्यकर्ते उपस्थित थे.
जंगली जानवरों के हमले में मृतकों के वारिसों को नौकरी में समावेश करे, जंगली हाथियों द्वारा किए गए नुकसान मुआवजे में वृद्धि करे, गोडाऊन के धान का नुकसान ग्राह्य माने, ऑनलाईन आवेदन की शर्त रद्द कर ऑफलाईन आवेदन की सुविधा करे तथा वन्यप्राणी व मानवी संघर्ष में नागरिकों की जान न जाए, इसलिए कडे उपाययोजना करे, ऐसी मांग जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाडे समेत पदाधिकारियों ने की थी.
इस दौरान चर्चा में जवाब देते हुए वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने जंगली हाथियों द्वारा किए गए खेत फसलों के नुकसान मुआवजे में 50 हजार तक वृद्धि करे, खेत परिसर में चैनलिंग फैन्सिंग की व्यवस्था कर बाघ तथा हाथी का उचित लोकेशन प्राप्त कर नागरिकों को सतर्क रखने के लिए ठोस उपाययोजना करे, जंगली हाथीयों द्वारा घर का नुकसान मुआवजे में वृद्धी करे, जंगली हाथियों के बंदोबस्त के लिए ठोस उपायोजना के लिए क्या किया जा सकता है?
इस संदर्भ में अभ्यासपूर्वक रिपोर्ट पेश करने के साथ देय नुकसान मुआवजा 30 दिनों के भितर देने का कानुन हो होने के बावजूद 8 माह से वंचित रखनेवाले कर्मचारियों को तत्काल निलंबित करने के निर्देश भी वनमंत्री मुनगंटीवार ने संबंधित वनाधिकारियों को दिए. वनमंत्री ने मांगो को न्याय देने के चलते कांग्रेस जिलाध्यक्ष ब्राम्हणवाडे ने वनमंत्री मुनगंटीवार का आभार माना है.