Crops Destroyed by Elephant

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गड़चिरोली. जिले में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते कई दिनों से जंगली हाथियों को झुंड आरमोरी, देसाईगंज तथा कुरखेड़ा तहसील के सीमावर्ती क्षेत्रों में भ्रमण कर रहे हैं. वहीं जंगली हाथियों द्वारा खेतों में लहराती फसलों को उजाड़ने का सिलसिला जारी है. इस बीच शुक्रवार की रात के दौरान जंगली हाथियों के झुंड ने देसाईगंज वनपरिक्षेत्र कार्यालय अंतर्गत आने वाले आरमोरी तहसील के पलसगांव परिसर में उत्पात मचाकर मक्के की फसलों को बर्बाद किया है. जिससे वनविभाग द्वारा हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने के प्रयास नहीं होने के कारण किसानों में रोष व्यक्त हो रहा है.

करीब 3 वर्ष पूर्व जंगल हाथियों का झुंड छत्तीसगढ़ राज्य से भ्रमण करते हुए जिले में दाखिल हुआ था. तब से ही जंगली हाथियों का झुंड जिले में है. कभी गोंदिया, कभी चंद्रपुर में भ्रमण कर फिर से जंगली हाथियों का झुंड गड़चिरोली जिले के हरे भरे जंगलों की ओर अपना रूख कर रहे हैं. कुछ माह पूर्व ही गोंदिया जिले से जंगली हाथियों का झुंड वापस लौटा था. तब से जंगली हाथियों द्वारा जिले में अनेक घटनाएं जारी है. कुछ दिनों से जंगली हाथियों का झुंड देसाईगंज वनपरिक्षेत्र के गांव परिसर में विचरण कर रहा है. इन दिनों जंगली हाथी देसाईगंज वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आरमोरी तहसील के पलसगांव परिसर में विचरण कर रहे हैं. जिससे शुक्रवार को जंगली हाथियों के झुंड ने पलसगांव खेत परिसर में प्रवेश करते हुए मक्के की फसलों को पूरी तरह जमींदोज कर दिया. जिससे संबंधित किसान का व्यापक नुकसान हुआ है.

दिन होते ही दिखता है किसानों को नुकसान का मंजर

जिले में अनेक किसानों ने खेतों में धूपकालीन धान के साथ ही रबी सीजन की मक्का व अन्य फसलें बोई है. अनेक किसानों द्वारा सब्जियों की उपज ली जा रही है. लेकिन हाथियों का झुंड खेतों में लहराती फसलों को अपने पैरों तले उजाड़ रहे हैं. ऐसे में जब कोई किसान सुबह अपने खेतों पर पहुंचता है, तो उसे नुकसान का मंजर दिखाई देता है. शनिवार को भी पलसगांव के कुछ किसान अपने खेतों में पहुंचने पर उन्हें जमींदोज हुई फसलों का मंजर दिखाई दिया. उधर वनविभाग की टीम ने तत्काल खेतों में पहुंचकर पंचनामा का कार्य पूर्ण किया. नुकसानग्रस्त किसानों ने तत्काल वित्तीय मदद देने की मांग वनविभाग से की है.

किसानों में दहशत, वनविभाग के प्रति रोष

जंगली हाथियों का झुंड इस परिसर में विचरण करने से किसान व ग्रामीणों में दहशत का वातावरण है. कुछ माह पूर्व जंगली हाथियों ने इसी परिसर में कुछ लोंगों पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारा था. इन घटनाओं के चलते दहशत का वातावरण है. वनविभाग द्वारा जंगल हाथियों पर नजर रखी जा रही है. विशेष दल भी जिले में तैनात किए गए हैं. इस दौरान नागरिकों को सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है. लेकिन नुकसान करने वाले जंगली हाथियों के बंदोबस्त को लेकर कोई ठोस उपाययोजना नहीं होने से किसान व ग्रामीणों में वनविभाग के प्रति नाराजगी है.