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गड़चिरोली. वनाधिकार प्राप्त जिले की ग्रामसभाएं इस साल फिर मालामाल होगी. अप्रैल माह से आरंभ होने जा रहे तेंदूपत्ता संकलन से जिले की 500 से अधिक ग्रामसभाओं को लाखों रुपए का राजस्व मिलेगा. तेंदूपत्ता संकलन के कार्य से ग्रामसभा अंतर्गत आने वाले गांवों में रोजगार भी उपलब्ध होगा. ऐसी जानकारी जिला परिषद प्रशासन से मिली है. जिले में अनेक ग्रामसभा को सरकार की ओर से वनाधिकार प्राप्त होने से ग्रामसभा को वनविभाग अथवा ग्रामसभा मार्फत तेंदूपत्ता नीलामी करने संदर्भ में प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया था. इसके अंतगर्त 367 ग्राम पंचायत में से 500 से अधिक ग्रामसभाओं ने जिला परिषद में प्रस्ताव पेश किये थे.

जिसमें कुरखेड़ा तहसील से 150 प्रस्ताव, आरमोरी तहसील से 30, चामोर्शी से 73, अहेरी 1, एटापल्ली 67, सिरोंचा 55, मुलचेरा 43, देसाईगंज 5, कोरची 34 व गड़चिरोली तहसील से 18 ग्रामसभाओं ने जिला परिषद के पास तेंदूपत्ता संकलन संदर्भ में प्रस्ताव पारित कर भिजवाया है. ऐसी जानकारी है.

गड़चिरोली जिले में सबसे ज्यादा 78 प्रतिशत वन उपलब्ध हैं. यहां जंगल में तेंदूपत्ता के पेड़ों की संख्या अच्छी खासी है. आमतौर पर अप्रैल माह से तेंदूपत्ता संकलन का कार्य किया जाता है. यह कार्य वनविभाग और ग्रामसभाओं के माध्यम से किया जाता है. वनविभाग द्वारा अपने आरक्षित वन भूमि से तेंदूपत्ते का संकलन करती है.

वहीं वनाधिकार प्राप्त ग्रामसभाएं अपने क्षेत्र के जंगल से तेंदूपत्ता संकलन का कार्य करती है. इस वर्ष 500 से अधिक ग्रामसभाओं ने तेंदूपत्ता संकलन करने का निर्णय लिया है. ग्रामसभाएं अपने अधिनस्थ वनों से गांवों के मजदूरों की मदद से तेंदूपत्ता संकलन का कार्य करती है.

बिना ठेकेदार के होगा तेंदूपत्ता संकलन का कार्य

इस वर्ष अधिकांश ग्रामसभाओं ने बिना किसी ठेकेदार के अपने स्तर पर ही यह कार्य करने का फैसला लिया है. जिससे संबंधित ग्रामसभाओं के आय में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है. इसके पूर्व ग्रामसभाएं भी निजी ठेकेदारों के माध्यम से यह प्रक्रिया चलाया करती थी. लेकिन इस वर्ष अधिकांश ग्रामसभाओं ने अपने स्तर पर ही बिना किसी ठेकेदार के तेंदूपत्ता संकलन का कार्य करने का मन बनाया है. इस कार्य के लिए ग्रामसभाओं ने अभी से सारी तैयारियां शुरू कर दी है.

314 ग्रामसभा करेंगे स्वयं तेंदूपत्ता संकलन

जिले के 314 ग्रामसभाओं ने स्वयं तेंदूपत्ता संकलन करने का निर्णय लिया है. जिसमें कुरखेड़ा तहसील के 112, आरमोरी 14, चामोर्शी 61, सिरोंचा 41, मुलचेरा 43, देसाईगंज 3, कोरची 34 और गड़चिरोली तहसील के 6 ग्रामसभा का समावेश है.

66 ग्रामसभाओं ने चुना वनविभाग का विकल्प

जिले की 66 ग्रामसभाओं ने वनविभाग के मार्फत तेंदूपत्ता संकलन करने का पर्याय चुना है. जिसमें कुरखेड़ा तहसील के 4, आरमोरी 11, चामोर्शी 4, अहेरी 1, एटापल्ली 28, सिरोंचा 14, देसाईगंज 2 और गड़चिरोली तहसील में 2 ग्रामसभा का समावेश है.