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    पेरमिली. महाराष्ट्र राज्य का एकमात्र हाथी कैम्प अहेरी तहसील के कमलापुर में है. यहां के हाथियों को देखने के लिये जिले समेत बाहर राज्यों के पर्यटक बड़ी संख्या में आते है. लेकिन हाल ही में कमलापुर हाथी कैम्प के हाथियों को गुजरात राज्य में स्थानांतरण करने का आदेश निकाला गया है.

    इस आदेश के बाद जिले में राजनितिक और सामाजिक संगठनों समेत जिलावारियों में काफी नाराजगी दिखाई दे रही है. वहीं उक्त आदेश रद्द करने और कमलापुर के हाथियों का स्थानांतरण रखने की मांग को लेकर अब राजनितिक और सामाजिक संगठन आक्रमक होते दिखाई दे रहे है. अहेरी तहसील के विभिन्न सामाजिक संगठनोंं ने स्थानीय प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार को ज्ञापन भिजवाकर हाथियों का स्थानांतरण रोकने की मांग की है. 

    नहीं होंने देंगे स्थानांतरण:पोद्दार 

    शिवसेना के जिला संपर्क प्रमुख किशोर पोद्दार ने कहां कि, कमलापुर स्थित हाथी कैम्प गड़चिरोली जिले को मिला कुदरती वरदान है. यहां पर वर्तमान स्थिति में कुल 8 हाथी होकर  इन हाथियों की देखभाल करने के लिये वनविभाग विफल साबित हो रहा है. यहां पर महावत की संख्या कम होने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधा का भी अभाव है.

    इस संदर्भ में वनाधिकारियों से चर्चा की गई है. कमलापुर हाथी कैम्प के चलते गड़चिरोली जिले को एक अलग पहचान मिली है. लेकिन अब यहां के हाथियों को गुजरात राज्य में स्थानांतरण करने का प्रयास हो रहा है. जिससे यह हम कभी भी नहीं होंगे देंगे. इस संदर्भ में राज्य के मुख्यमंत्री, पालकमंत्री समेत राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण करेंगे. ऐसी बात उन्होंने कही.

    स्थानांतरण करने का निर्णय रद्द करें:सुनतरकर 

    अहेरी के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक सुनतकर ने तहसीलदार के माध्यम से जिले के पालकमंत्री को भिजवाये ज्ञापन में कहां कि, कमलापुर स्थित सरकारी हाथी कैम्प और आलापल्ली स्थित पातानिल के हाथियों का बाहर राज्य में स्थानंातरण करने का आदेश जारी किया गया है. जिससे उक्त आदेश तत्काल रद्द करने की मांग उन्होंने तहसीलदार के माध्यम से जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे को भिजवाये ज्ञापन में की है. साथ ही उन्होंने हाथियों का स्थानांतरण न रोकने पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.

    सोशल मिडिया पर भी विरोध

    कमलापुर हाथी कैम्प के हाथियों के स्थानांतरण को लेकर न केवल राजनितिक दल और सामाजिक संगठन आक्रमक दिखाई दे रहे है, बल्कि जिले के अनेक लोग सोशल मिडिया का उपयोग कर हाथियों का स्थानांतरण रोकने की मांग कर रहे है. अनेक लोग सोशल मिडिया पर स्थानांतरण रोकने का विरोध करनेवाले विडियो और फोटो पोस्ट कर रहे है. विशेषत: हाथियों का स्थानांतरण रोकने के लिये ऑॅनलाईन हस्ताक्षर मुहिम भी शुरू की गई है.