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गोंदिया. जिले में मार्च से कोरोना संक्रमण का कहर देखते हुए उपचारात्मक उपाय योजना अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग के निर्देश व मार्गदर्शन में जिले में 13 कोविड केअर सेंटर का निर्माण किया गया था, किंतु अब दिसंबर से कोरोना संक्रमण की गति कम होने से क्रियाशील मरीजों की संख्या में कमी आ रही है. इसमें स्वास्थ्य विभाग ने उच्च लक्षण रहित मरीजों को घर पर ही रहने की अनुमति दे दी. जिससे जिले के सीसी सेंटर में मरीजों की संख्या कम होने लगी है.

फलस्वरूप 9 कोविड केअर सेंटर बंद कर दिए गए हैं. जिले में 25 मार्च से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है, मार्च के बाद अप्रैल में जिला कोरोना संक्रमण से दूर था, किंतु मई से जिले में प्रभावितों की संख्या बढ़ने लगी है. मरीजों की संख्या सतत बढ़ने से अगस्त, सितंबर, अक्टूबर में संक्रमण की दृष्टि से गोंदिया जिले की स्वास्थ्य यंत्रणा के लिए चिंता वाले साबित हुए थे. इन्हीं 3 महीनों में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी के साथ बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग को भारी मशक्कत करनी पड़ी.

इस दौरान जिले में कोरोना उपचार के लिए निर्माण किए गए 13 कोविड केअर सेंटर क्षमतानुसार मरीजों से हाउसफुल हो गए थे. जबकि दिसंबर से जिले में कोरोना का संक्रमण कम हो चला है. जिससे क्रियाशील मरीजों की संख्या में कमी होने लगी हैं. इतना ही नहीं कोरोना मरीजों के ठीक होने का प्रमाण भी बढ़ने लगा है. जिससे स्वास्थ्य यंत्रणा का भार कम हो रहा है. मरीजों के अभाव में जिले के सीसी सेंटर खाली हो गए हैं. जिससे जिला स्वास्थ्य विभाग ने 9 सीसीसी बंद कर दिए है. इसमें जिला क्रीड़ा संकुल गोंदिया, तिरोड़ा तहसील स्थित सरांडी, सड़क अर्जुनी, गोरेगांव तहसील स्थित गणखैरा, देवरी, चिचगढ़, सालेकसा, अर्जुनी मोरगांव तहसील स्थित नवेगांवबांध व गोंदिया अग्रसेन भवन स्थित कोविड केअर सेंटर का समावेश है.

4 सीसीसी में 32 मरीज 

जिले में 308 क्रियाशील मरीज है, जिसमें से 112 मरीजों का उपचार उन्हीं के घरों पर शुरू है, जबकि 32 मरीज 4 कोविड केअर सेंटर में स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण में उपचार ले रहे हैं. जिसमें गोंदिया शासकीय पॉलिटेक्नीक में 14, आमगांव 6, अर्जुनी मोरगांव 8 व बीजीडब्ल्यू अस्पताल में 4 प्रभावित गर्भवती महिला भर्ती है.