Due to lack of proper repair and care, the water of the dams dried up, water crisis deepened in many villages including Arjuni Morgaon

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गोंदिया. गोंदिया जिले में सिंचाई विभाग द्वारा आमगांव तहसील के ग्राम घाटटेमनी तथा सालेकसा तहसील के ग्राम खेड़ेपार में कोल्हापुरी बांधों का निर्माण किया गया था. लेकिन उचित मरम्मत तथा देखभाल नहीं होने के कारण दोनों बांधों का पानी सूख गया है. इसी प्रकार अर्जुनी मोरगांव तहसील के ताड़गांव, देवरी तहसील के छत्तरटोला, सालेगांव व चारभाटा इन जलाशयों में भी पानी नहीं है.

सिंचाई विभाग ने उपरोक्त दोनों कोल्हापुरी बांध तथा जलाशयों में शून्य प्रतिशत जल होने का रिकार्ड दर्ज किया है, ऐसी जानकारी मिली है. इधर जून माह का दूसरा सप्ताह बीत गया है. लेकिन जिले में अभी तक मानसून ने दस्तक नहीं दी है. भीषण गर्मी के चलते जिले के जलाशय सूख जाने से गांवों में भीषण जलसंकट की स्थिति निर्माण होने से नागरिकों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा हैं.

जिले को तालाबों का जिला तो कहा जाता है. लेकिन समय पर मरम्मत तथा देखभाल नहीं होने के कारण ग्रीष्मकाल के पूर्व ही तालाब सूखे जा रहे है. यहीं एक कारण है कि जलापूर्ति योजना द्वारा संचालित पिने के पानी की टंकियों में जल पहुंच नहीं पाता. अनेक तालाब, कोल्हापुरी बांध तथा नदी, नाले भी समतल होने से मार्च माह से ही पानी सूखने लग जाता है. गोंदिया जिले में सिंचाई विभाग द्वारा आमगांव तहसील के ग्राम घाटटेमनी तथा सालेकसा तहसील के ग्राम खेड़ेपार में कोल्हापुरी बांधों का निर्माण किया गया था. लेकिन उचित मरम्मत तथा देखभाल नहीं होने के कारण दोनों बांधों का पानी सूख गया है.

इन जलाशयों में 5 प्रश. जल

जिले के अनेक जलाशयों में पांच प्रश. से कम पानी शेष बचा हुअ है. बताया गया कि देवरी तहसील के रेहाडी जलाशय में 1.10 प्रश. ही जल शेष बचा है. इसी प्रकार सालेगांव में 4.56 प्रश., शेरपार में 3.65, वडेगांव में 5.70, चिरचाडबांध में 2.88, गिरोला में 3.50, गंगेझरी में 4.85, ककोडी में 2.43 प्रश. ही जल शेष बचा हुआ है.