सड़क अर्जुनी. तहसील के राका ग्राम स्थित जिप शाला के शौचालय में एक नवजात शिशु जीवित मिलने से संपूर्ण क्षेत्र में खलबली बच गई. यह घटना 1 नवंबर को शाम 7.30 बजे घटी है. जानकारी के अनुसार शाम को शाला परिसर में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दे रही थी. लोगों ने वहां जाकर देखा तो सभी दंग रह गए. मानवता को कलंकित करने वाला मंजर दिखाई दिया. उन्हें शाला के शौचालय में रक्त से सना नवजात दिखाई दिया. इस घटना की तत्काल डुग्गीपार पुलिस को सुचना दी गई.
इसी तरह बिना समय गंवाए उस नवजात को सौंदड़ स्थित ग्रामीण अस्पताल में दाखिल किया गया. नवजात का वचन 2.50 किलो होने की बात बताई गई है. इस घटना को लेकर गांव में तरह तरह की चर्चाएं शुरू है. इस जीवित बच्चे को रात्रि के समय गांव के पवन पडोले, अन्वीर राऊत, पुलिस पटेल मुन्नालाल पंचभाई, सुधीर शिवणकर आदि ने अस्पताल भर्ती कराया.
कहा जा रहा है कि अपना पाप छूपाने के उद्देश्य से किसी महिला ने अपने जीवित बच्चे को जन्म देकर उसे फेंक दिया. नवजात बच्चा फिलहाल गोंदिया के बीजीडब्ल्यु शासकीय महिला अस्पताल में डाक्टरों की देखरेख में है. इस संबंध में डुग्गीपार के थानेदार सचिन वांगडे ने बताया कि इस घटना का सत्य जल्द ही सामने आ जाएगा. इस प्रकरण की पुलिस ने जांच कार्रवाई शुरू कर दी है.