जलगांव महानगरपालिका कर रही लापरवाही : प्रशांत नाईक

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    जलगांव : शहर के वार्ड नंबर 15 के इलाके मलीक नगर में एक मुख्य नाला है। ये नाला मेहरुन तालाब के पास से गुजरता है और जलगांव महानगरपालिका (Jalgaon Municipal Corporation) क्षेत्र में होने के कारण नाले (Drains) की देखरेख और सफाई (Cleaning) की जिम्मेदारी महानगरपालिका के सफाई विभाग की है। चूंकि ये शहर का मुख्य नाला है इसलिए इस नाले में हर भारी और बडी गंदगी जमा होती है। 

    कई बार महानगरपालिका से की शिकायत  

    बता दें कि ये नाला यूं ही खुला रखा गया है, इसके किनारे कोई भी सुरक्षा दीवार नहीं है जैसे नालों में होनी चाहिए। भारी बारिश होने पर नाले का सारा कचरा इलाके में फैल जाता है और आसपास भरे पानी को भी बहने की जगह नहीं होती। पिछले कुछ सालों से इस नाले की सफाई नहीं की गई है। भारी कचरा, गंदगी और प्लास्टिक जैसे कई वस्तुऐं इस नाले में फंसी हुई हैं और सारा पानी रुका हुआ है, यहां तक कि नाले में गंदे पानी के पौधे उग आए हैं। वार्ड के पार्षद प्रशांत नाईक ने इस संबंध में कई बार महानगरपालिका से शिकायत की है। उनसे जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि महापौर को लिखित शिकायत देकर भी इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। नाले की सुरक्षा दीवार के निर्माण को लेकर भी महानगरपालिका निर्माण विभाग से मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 

    कई कारण बता कर नाले को यूं ही छोड गया : नाईक 

    निर्माण विभाग के 3 इजीनियरों के तबादले हो गए लेकिन किसी ने भी इतनी बडी समस्या पर ध्यान नहीं दिया। नाईक का ओराप है कि महानगरपालिका इस मामले की अनदेखी कर रही है। कभी इंजीनियर ना होने का कारण तो कभी नाले की जगह पर मशीनें ना पहुंचने का कारण बता कर इस नाले को यूं ही छोड दिया गया है। महानगरपालिका का कहना है कि ये काम हाथ से करने जैसा है। लेकिन इतने बडे नाले का हाथ से साफ करने के लिए मजदूर नहीं हैं। प्रशांत नाईक का कहना है कि महानगरपालिका किसी भी तरह से नाले की सफाई और दीवार का निर्माण करने के लिए तैयार नहीं है।