नया बस स्टैंड फेल, गलत प्लानिंग से हुआ करोड़ों का भ्रष्टाचार

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    जामनेर : वर्तमान मंत्री गिरीश महाजन के गृहनगर जामनेर में 14 करोड़ रुपए से बस स्टैंड (Bus Stand) बनाया गया। आधा अधूरा बस अड्डा ठेकेदार (Contractor) की गलत प्लानिंग (Wrong Planning) के कारण पूरी तरह से फेल (Fail) हो चुका है। शहर के स्कूलों की जब छुट्टी होती है तब इस बस अड्डे के प्लानिंग की पोल खुलती है। गुजरात के बड़ौदा बस अड्डे की तर्ज पर बने इस मिनी बस अड्डे पर प्लेटफार्म पर लगी बसे खुलने के बाद आपस मे उलझने के चलते रेंगती रहती है। स्कूलों और त्योहारों की भीड़ में बसों की इस गुत्थी से किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है। शौचालय प्रसाधन गृह इमारत के बीचोबीच बना दिए गए है। काम इतना घटिया है कि छत से प्लास्टर गिरने लगा है। यात्रियों को पीने के पानी के लिए कोई सार्वजनिक सुविधा नहीं है। 

    पुलिस चौकी बस नाम के लिए है वहाँ कोई तैनाती नहीं होती है। न पंखे है न हिरकनी कक्ष, मार्केट के नाम पर बनाए गए चेन शॉप का हिस्सा निर्माण के अभाव से अधर मे लटका है। वैसे इस वास्तु का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। कोई भी जानकार इस बात को नहीं मानेगा की ये निर्माण 14 करोड़ रुपए से बनाया गया होगा। निर्माण क्षेत्र से जुड़े विशारदो की माने तो यह काम मात्र 5 करोड़ मे निपटा दिया गया है। तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार ने इस काम में  हुए कथित भ्रष्टाचार की जांच के आदेश दिए थे। सूत्रों के मुताबिक ठाकरे सरकार ने इस प्रोजेक्ट का 4 करोड़ रुपया वापिस भी खिंच लिया था। 

    ठेकेदार के खिलाफ होगी कार्रवाई

    इस मामले का फ़ाइल स्टेटस क्या है। इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है। अब राज्य मे सरकार बदल चुकी है तो क्या इस मामले की हो रही जांच रिपोर्ट को प्रमाण मानकर दोषी ठेकेदार पर कार्रवाई होगी। या फिर रिपोर्ट हि चेंज हो जाएगी और किसी पर कोई आंच नहीं आने देने की व्यवस्था कर अधर में  लटका काम फिर से आरंभ हो जाएगा।