दिल्ली: हमारे देश में पिछले कुछ वर्षों में हेट स्पीच (Hate speech) यानी नफरती भाषण के मामलों में तेजी आई है। हाल ही में अमेरिका के वॉशिंगटन स्थित इंडिया हेट लैब ग्रुप (India Hate Lab Group) ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट जारी की है। इसमें दावा किया गया है कि वर्ष 2023 में भारत में विशेष समुदाय के लोगों के खिलाफ 668 नफरत वाले भाषण (668 Hate Speech) दिए गए हैं। 2023 की पहली छमाही में 255 घटनाएं हुईं, दूसरी छमाही में यह संख्या बढ़कर 413 हो गई। यानी इन मामलों में 62% की वृद्धि हुई।
हेट स्पीच को बोलचाल की भाषा में भड़काऊ भाषण कहते हैं। यह किसी खास शख्स, समुदाय, जेंडर या नस्ल को विशेष रूप से टारगेट करता है। वर्ष 2022 में हमारे देश में 1500 से अधिक ऐसे मामले दर्ज किए गए थे जो कि वर्ष 2021 की तुलना में 31। 25 फीसदी अधिक थे। हालांकि वर्ष 2020 के मुकाबले ऐसे मामलों में 15। 57 फीसदी की गिरावट देखी गई है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2023 में 668 हेट स्पीच मामलों में से 75% घटनाएं यानी 498 बयान भाजपा शासित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सामने आए थे। इन हेट स्पीच में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा, लव जिहाद और हलाल जिहाद सहित कई मामलों का जिक्र किया गया है।
महाराष्ट्र में ऐसे मामले में हुई बढ़ोतरी
हेट स्पीच मामले में वर्ष 2023 में महाराष्ट्र अव्वल नंबर पर था। इसके बाद बाद उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश का नंबर आता है। जबकि वर्ष 2022 में इन मामलों में उत्तरप्रदेश पहले नंबर पर काबिज था। इसके बाद राजस्थान और तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र था। नफरत भरे भाषण की घटनाएं वर्ष 2023 अगस्त महीने से नवंबर के बीच चरम पर थी। यह वह समय था जब देश में राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले थे।
107 सांसदों और विधायकों पर हैं आरोप
एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में कुल 107 सांसदों और विधायकों पर नफरत फैलाने वाले भाषण देने के आरोप है। 33 सांसद तो ऐसे जिन्होंने अपने खिलाफ नफरती भाषण के संबंधित मामलों की घोषणा की है। इनमें से उत्तरप्रदेश के चार, बिहार तीन, कर्नाटक तीन, तेलंगाला के तीन सांसद शामिल हैं। पिछले पांच वर्षों में हेट स्पीट मामलों के 480 उम्मीदवारों ने विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा का चुनाव भी लड़ा है।
गैर भाजपाई शासन वाले राज्यों में बढ़ी संख्या
इस मामले में दिलचस्प बात यह है कि भाजपा शासित राज्यों से ज्यादा गैर भाजपा शासित राज्यों में नेता इस तरह की घटनाओं में शामिल रहे हैं। भाजपा शासित राज्यों में केवल 10। 6% घटनाओं में पार्टी के नेता शामिल थे, जबकि यह आंकड़ा गैर भाजपा शासित राज्यों में बढ़कर 27। 6% हो गया। वहीं 50 ऐसे भाषण चुनावी रैलियों में दिए गए जिसके आयोजन की भाजपा खुद जिम्मेदार थी।
हेट स्पीच मामले में राज्यवार आंकड़े
नंबर राज्य 2023
1. महाराष्ट्र 118
2. उत्तरप्रदेश 104
3. मध्यप्रदेश 65
4. राजस्थान 64
5. हरियाणा 48
6. उत्तराखंड 41
7. कर्नाटक 40
8. गुजरात 31
9. छत्तीसगढ़ 21
10. बिहार 18