मुंबई. मुंबई (Mumbai) में पिछले 2 महीने में कोरोना (Corona) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रोज 8 से 9 हजार मरीज मिल रहे हैं। मरीजों की परेशानियों को दूर करने के लिए 10 अप्रैल से रोज 447 एंबुलेंस (Ambulances) और 35 शववाहिनी लगातार दौड़ रही हैं। बीएमसी (BMC) की तरफ से उपलब्ध कराई गई एंबुलेंस अस्पताल(Hospital), कोविड सेंटर (Covid Center) और विभागीय कार्यालयों में तैनात किए गए हैं। पॉजिटिव मरीजों को लाने ले जाने के लिए इन एंबुलेंस को दिन में लगभग 20 चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
मुंबई में पिछले एक वर्ष से कोरोना संक्रमण का प्रसार हो रहा है। कोरोना मरीजों को छूने से लोग ड़रते हैं। सरकार ने भी मरीजों से दूरी बनाए रखने की हिदायत दे रखी है। इसलिए बीएमसी ने सभी 24 विभागों में 9 से 10 एंबुलेंस किराए पर उपलब्ध कराए थे। कोरोना के केस कम होने पर बीएमसी ने इनकी सेवा बंद कर दी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के फिर तेज होने पर मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा पर तनाव बढ़ गया है।
एंबुलेंस को लेकर नहीं आ रही है अब कोई शिकायत
बीएमसी अधिकारी के अनुसार, रोज 8 से 9 हजार मरीजों को अस्पताल और कोविड सेंटरों में लाना ले जाना पड़ता है। समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने पर मरीजों की जान पर बन आती है। एक बार फिर बीएमसी ने एंबुलेंस को किराए पर लिया है। इस बार सभी विभागों को 19 एंबुलेंस और शववाहिनी उपलब्ध कराए गए हैं। बीएमसी ने दावा किया है कि एंबुलेंस को लेकर अब कोई शिकायत नहीं आ रही है।