नई दिल्ली/मुंबई. जहां एक तरफ देश (India) में कोरोना वायरस (Corona) का कहर हर दिन बढ़ता ही दिख रहा है। वहीं फिलहाल ये एक्टिव केस 63 हजार के पार चले गए हैं। इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिविटी रेट भी फिलहाल कम नहीं हो रहा है। इसके साथ ही इस जानलेवा वायरस का केरल, महाराष्ट और दिल्ली में प्रकोप ज्यादा दिख रहा है। इस बीच कुछ एक्सपर्ट्स के देश के इन प्रमुख दो शहरों में कोरोना का पीक पहले आ सकता है। ये पीक आते ही केस तेजी से कम होने लगेंगे।
दरअसल विशेषज्ञों के मुताबिक, देश में दिल्ली और मुंबई में कोरोना का पीक पहले दिख सकता है। दरअसल इन दोनों ही शहरों में वायरस काफी तेजी से फैल रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में जहां कोरोना पॉजिटिविटी रेट 25% से अधिक है। वहीं यहां अब रोजाना 1000 से ज्यादा केस दर्ज किए जा रहे हैं। ठीक ऐसे ही महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी केस लगातार बढ़ रहे हैं। मुबंई में हर रोज करीब 500 के आसपास नए केस आ रहे हैं। यहां हालंकि पॉजिटिविटी रेट स्थिर है, लेकिन दैनिक मामलों में झड़ी लगी हुई है।
दिल्ली और मुंबई में पहले क्यों होगा पीक?
दरअसल कोरोना एक्सपर्ट्स के अनुसार यह वायरस एक पैटर्न के हिसाब से ही बढ़ता और घटता है। अब जिन इलाकों में घनी आबादी है वहां वायरस का प्रसार तेज होता है और मामले अपने चरम पर जल्द ही पहुंचते हैं। लेकिन जैसी ही आबादी का एक बड़ा हिस्सा वायरस से संक्रमित हो जाता है तो केस कम होने लगते हैं। अब क्योंकि दिल्ली-मुंबई में आबादी घनी है और वायरस का प्रसार जल्दी शुरू हुआ था तो यहां भी अब पीक पहले आने की संभावना है। ऐसे में उम्मीद है कि दोनों शहरों में इस माह के अंत तक मामले चरम पर होंगे, हालांकि केस ज्यादा नहीं बढ़ेंगे और 2 या 3 हजार से कम मामलों पर ही इस बार पीक आ जाएगा।
वायरस का असर होगा हल्का
वहीं कोविड एक्सपर्ट्स कीमानें तो दिल्ली और मुंबई में भले की केस बढ़ रहे हों, लेकिन दोनो शहरों में वायरस का असर इस बार हल्का ही रहेगा। वहीं राहत की बात यह है कि पीक के दौरान भी इस बार ज्यादा मामले नहीं आएगे। न ही हॉस्पिटलाइजेशन बढ़ेगा। इसका कारण है कि, अब केस नए वेरिएंट की वजह से बढ़ रहे हैं, लेकिन ये वेरिएंट ज्यादा घातक नहीं है। वहीं ओमिक्रॉन एक्सबीबी.1.16 के सभी मरीजों में फ्लू जैसे लक्षण ही मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में भी वायरस हल्के लक्षण वाला ही रहेगा। ऐसे में मामला खतरनाक नहीं रहने वाला है लेकिन बचाव और टीकाकरण बहुत ही जरुरी है।