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    मुंबई:  कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) का साया मुंबई (Mumbai) पर मंडराने लगा है। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona Infection) का असर मुंबई एमएमआर (Mumbai MMR) में जारी इंफ्रा प्रोजेक्टस (Infra Projects) पर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। एमएमआरडीए (MMRDA) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार विभिन्न परियोजनाओं में लगे मजदूरों में लॉकडाउन (Lockdown) के भय है, इसके चलते कुछ मजदूर पलायन की तैयारी में हैं। उल्लेखनीय है कि एमएमआरडीए की देखरेख में बन रहे देश के सबसे लंबे सागरी पुल ‘मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक’, समृद्धि एक्सप्रेस-वे सहित कई अन्य मेट्रो परियोजनाओं का काम हो रहा है। 

    पिछले लगभग 2 वर्षों में कोरोना महामारी में लॉकडाउन की वजह से इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के काम काफी प्रभावित हुए हैं। दूसरी लहर थमने के बाद काम में तेजी आई। एमटीएचएल के अलावा एमएमआर में लगभग 300 किमी लंबे मेट्रो नेटवर्क और फ्लाईओवर आदि का काम चल रहा है। मेट्रो-2 ए और 7 के पहले चरण को फरवरी के पहले खोलने की तैयारी है। इस रुट पर ट्रायल भी हो चुका है। अब मुंबई में कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद मुंबई की दूसरी मेट्रो के शुरू होने में कुछ और देरी की संभावना जताई जा रही है। तीसरी लहर का असर अंडरग्राउंड मेट्रो 3, घाटकोपर, ठाणे, कासारवडवली मेट्रो-4, ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो-5 पर भी पड़ेगा। इन मेट्रो परियोजनाओं का काम तेजी से चल रहा है।

    काम करने के लिए लेबर की कमी 

    कोरोना की पहली और दूसरी लहर में भी में परियोजनाओं के लिए जरूरी लेबर और कच्चे माल की कमी हो गई थी। एमटीएचल, समृद्धि सहित मेट्रो परियोजनाओं का काम स्लो हो गया था। पिछली दीपावली के बाद काम में कुछ तेजी आई, परंतु कोरोना की तीसरी लहर के डर से मजदूर फिर से पलायन की सोच रहे हैं। विभिन्न परियोजनाओं के लिए बाहर से स्किल,अनस्किल्ड मजदूर उपलब्ध कराने वाले शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि मजदूरों में डर तो फैल रहा है, परंतु इस बार बीमारी उतनी गंभीर नहीं है। सिंह के अनुसार, मजदूर आते-जाते रहतें हैं, हालांकि इस समय मुंबई में कोरोना संक्रमण को देखते हुए मजदूरों का बाहर से आना बंद हो जाएगा। एमएमआरडीए के कार्य का ठेका लेने वाली कंपनियों में से एक ईगल इंफ़्रा लिमिटेड के श्रेणिक गांधी के अनुसार साइट से जुड़े सभी लेबर की कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार नियमित जांच की जाती है।

    तीसरी लहर का होगा असर

    मुंबई एमएमआर में कई इंफ्रा प्रोजेक्ट के काम में पहले से ही देरी हुई है। कोरोना महामारी ने भी इनकी डेडलाइन बढ़ाने का कार्य किया है। अब फिर यदि तीसरी लहर का कहर तेज हुआ तो काम प्रभावित होगा। मुंबई से नागपुर को जोड़ने वाले बहुउद्देश्यीय समृद्धि एक्सप्रेस-वे का काम अंतिम चरण में है। एमटीएचएल परियोजना भी 70 प्रतिशत हो गई है। इसी तरह मुंबई कोस्टल रोड और कई मेट्रो परियोजना और फ्लाईओवर के काम भी चल रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर का असर इन कामों पर हुआ तो इनके पूरा होने में और भी देरी होगी।