महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे पुलिस शुरू करेगी कोटो पर एक खास कम्युनिटी

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मुंबई: महिलाओं के लिए बनाए गए एक सोशल कम्युनिटी प्लॅटफॉर्म, कोटो ने ‘सखी इन खाकी’ (Sakhi in Khaki) नाम की कम्युनिटी द्वारा एक विशिष्ट पहल शुरू की है। मुंबई रेलवे पुलिस (Mumbai Railway Police) के सहयोग से कोटो (COTO) का उद्देश्य मुंबई में लोकल ट्रेनों में महिला (Women) यात्रियों को रेलवे महिला पुलिस कर्मियों को अपनी ‘सखी’ (दोस्त) के रूप में देखने और अपनी यात्रा के दौरान सामने आने वाली किसी भी सुरक्षा (Security) चिंताओं या नकारात्मक अनुभवों पर खुलकर चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

इस समुदाय का प्राथमिक लक्ष्य मुंबई की लोकल ट्रेनों में यात्रा करने वाली महिला यात्रियों और महिला रेलवे कर्मियों के बीच खुले और सुरक्षित संवाद की सुविधा प्रदान करना है। कोटो पर शुरू किए गए ‘सखी इन खाकी’ समुदाय के माध्यम से,महिला यात्रियों को अपनी यात्रा के दौरान आने वाली किसी भी समस्या की रिपोर्ट करने की क्षमता है। वे फोटो, वीडियो और संदेशों का उपयोग करके अपनी समस्याएं साझा कर सकती हैं। महिला यात्रियों की समस्याओं के समाधान के लिए रेलवे पुलिस तत्काल प्रयास करेगी। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुंबई पुलिस हमेशा सतर्क रहती है। 

कोटो की सह-संस्थापक अपर्णा आचरेकर ने कहा, “कोटो महिलाओं को बिना किसी झिझक या डिजिटल ट्रोल के खुद को अभिव्यक्त करने के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए विकसित किया गया एक मंच है। महिला यात्रियों को मुंबई की स्थानीय यात्रा के दौरान सुरक्षा समस्याओं का सामना करना पड़ता है। महिला यात्रियों को आत्मविश्वास देने के लिए कोटो द्वारा यह पहल शुरू की गई है। 

ब्राईट आउटडोर मीडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. योगेश लखानी ने कहां कि “मुंबई लोकल इस शहर की लाइफलाइन मानी जाती है। यात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के सर्वोपरि महत्व को पहचानते हुए, यह जरूरी है कि हम सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पर सतर्क नजर रखें। ‘सखी इन खाकी’ के पीछे का नेक उद्देश्य संकट के समय में मदद के लिए हाथ बढ़ाना है। जो महिला यात्री संकटपूर्ण परिस्थितियों में फंस सकती हैं, उनकी मदद के लिए तेजी से आगे आना है।