मुंबई: महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के अश्लील और अनधिकृत वीडियो, छायाचित्र प्रसारित किए जा रहे हैं। इस के लिए दोषी हीरो सिटी ब्लॉग, हरिद्वार व्लॉग, गोविंद यूके व्लॉग, अद्भुत व्लॉग, शांति कुंज हरिद्वार व्लॉग और अन्य दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग (Demand) हिंदू जनजागृति समिति की अधिवक्ता अमिता सचदेवा और पंजाब के अधिवक्ता अजय गुलाटी ने राष्ट्रीय महिला आयोग और उत्तराखंड राज्य महिला आयोग से की है। समिति ने कहा है कि डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक सामग्री समाज के सामने परोसी जा रही है। अब इसमें मुख्य रूप से विभिन्न व्लॉर्ग्स शामिल हैं जो गुप्त रूप से पवित्र नदी गंगा और अन्य घाटों (Ghats) पर में स्नान कर रही महिलाओं (women taking bath) के वीडियो-रील-शॉर्ट्स बनाते हैं, उनके छायाचित्र (photography) खींचते हैं और उनकी सहमति के बिना थोड़े से धन के लिए उन्हें विभिन्न इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करते हैं। इस कारण से समाज में कई महिलाओं को अपने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों के सामने अपमानजनक स्थितियों का सामना करना पड़ता है, जिससे उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ती है।
दोषियों के खिलाफ होनी चाहिए सख्त कार्रवाई
सरकार को गंगा नदी के उद्गम स्थल से लेकर गंगासागर तक विभिन्न पवित्र घाटों पर वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगाने की तत्काल आवश्यकता है। साथ ही ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के सभी आपत्तिजनक वीडियो, फोटो, रील्स और शॉर्ट्स को यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल या अन्य इंटरनेट मीडिया से हटाने के निर्देश सरकार ने तुरंत जारी करने चाहिए।
इंटरनेट और सोशल मीडिया पर महिलाओं-लड़कियों की अपमानजनक वीडियो-छायाचित्र अपलोड करने वालों पर न केवल जुर्माना लगाया जाएगा, बल्कि केस दर्ज होना चाहिए और उन्हे कड़ी सजा देनी चाहिए, ऐसी मांग भी समिति द्वारा की गई है।