Nikhil Wagle and Mumbai Police

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मुंबई. पत्रकार निखिल वागले (Nikhil Wagle) ने शुक्रवार (26 जनवरी) को मुंबई पुलिस को “नालायक” (बेकार) करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि माहिम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के 48 घंटे बाद भी उन्हें उसकी कॉपी नहीं मिली। वहीं, इस पर मुंबई पुलिस ने वागले पर पलटवार करते हुए उचित भाषा का उपयोग करने की सलाह दी है।

वागले ने एक्स अकाउंट पर मराठी में पोस्ट किया, “मुंबई पुलिस “नालायक” है। 48 घंटे हो गए हैं और शिकायत की कॉपी नहीं मिली है। माहिम पुलिस स्टेशन को कबाड़ बाजार में बिक्री के लिए रखा जाना चाहिए।”

वागले के इस पोस्ट पर मुंबई पुलिस ने कहा, “हमने सभी विवरण एकत्र कर लिए हैं। आपकी शिकायत पर दिनांक 24/01/24 को अभियोज्य अपराध पंजीबद्ध कर आपको सूचित कर दिया गया है। अधिक जानकारी लेने के लिए आपके घर आए पुलिस कर्मियों से आपने मिलने से इनकार कर दिया। आपको थाने से शिकायत की कॉपी प्राप्त करने के बारे में भी सूचित किया गया है। विशेष व्यक्ति के लिए कॉपी की होम डिलीवरी का कोई प्रावधान नहीं है। आप शिक्षित हैं, आपसे संयमित भाषा का उपयोग करने की अपेक्षा की जाती है।”

हालांकि, वागले ने मुंबई पुलिस की पोस्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन लोगों पत्रकार के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की मांग की है।

इससे पहले, 23 जनवरी को वागले ने कहा था कि कुछ उपद्रवी तत्व उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने मुंबई पुलिस पर अनुचित प्रतिक्रिया का आरोप लगाया था। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में मुंबई पुलिस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को टैग करते हुए लिखा, “मुंबई पुलिस का कंट्रोल रूम पूरी तरह बेकार है। बहुत असभ्य। पिछले दो दिनों से शीर्ष अधिकारी ठीक से जवाब नहीं दे रहे हैं। नागरिक, पत्रकार बेबस हैं। कुछ उपद्रवी तत्व मुझे कल से परेशान कर रहे हैं।”

वागले के इस पोस्ट पर जवाब देते हुए, मुंबई पुलिस ने लिखा, “प्रिय निखिल वागले, आपको हुई किसी भी असुविधा के लिए हमें खेद है। कृपया त्वरित कार्रवाई के लिए अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन को मामले की रिपोर्ट करें। आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और हम आपको आश्वस्त करते हैं कि शिकायत को विधिवत स्वीकार किया जाएगा।”

पुलिस की प्रतिक्रिया के करीब एक घंटे बाद वागले ने फिर से पोस्ट किया, लेकिन इस बार कार्रवाई करने के लिए डीसीपी मनोज पाटिल और उनकी टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को टैग करते हुए कहा था, “मैं कल सुबह संघी दुर्व्यवहार करने वाले के खिलाफ शिकायत दर्ज करूंगा। मैं उसका नाम उजागर करूंगा। लेकिन पुलिस नियंत्रण के खिलाफ मेरी शिकायत अभी भी अनसुनी है।”