Lata Mangeshkar Death

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    – सूरज पांडे

    मुंबई : “मुझे आप पर पूरा विश्वास है, बस यह देखना की वेदना न हो” अस्पताल (Hospital) में भर्ती होने के समय भारत रत्न (Bharat Ratna) लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने उनका इलाज कर रहे डॉ. प्रतीत समदानी (Dr. Pratit Samdani) से कहा। दीदी का इलाज कर रहे डॉ. प्रतीत ने enavabharat.com से कहा ‘लता मंगेशकर को ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) के डॉक्टरों (Doctors) पर काफी भरोसा था। उन्होंने कहा था कि डॉक्टरों पर उन्हे पूरा भरोसा है, जो भी ट्रीटमेंट (Treatment) डॉक्टरों को उचित लगता है वे करें।

    हमने उनके इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन ईश्वर के आगे किसी की नहीं चलती।’ रविवार को करोड़ लोगों की धड़कन एक समय के लिए रुक गई जब उन्होंने स्वर कोकिला भरता रत्न लता मंगेशकर के निधन (Death) की खबर सुनी। इस राष्ट्रीय शोक के बीच दीदी का इलाज कर रहे डॉ. प्रतीत समदानी से बात की।

    मेरी दादी समान थी

    वर्ष 2019 में वे गंभीर रूप से बीमारी हुई उस समय भी उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। उस समय से लेकर अबतक हमारे बीच लगाव इतना बढ़ गया था कि हमारे बीच डॉक्टर और पेशेंट नहीं बल्कि मैं उन्हे अपनी दादी समान मानता हूं। मेरे परिवार से भी उनका काफी स्नेह था खासकर मेरी बेटी से। हमने पूरी कोशिश की, लेकिन ईश्वर को कुछ और मंजूर था।

    मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण मृत्यु

    डॉ. समदानी ने बताया कि लता मंगेशकर की कुछ दिन पहले कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई थी, इंफेक्शन के कारण उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ बल्कि उनकी तबियत खराब होती चली गई। सेप्टिक शॉक के कारण रविवार को उनकी मृत्यु हो गई। बता दें कि सेप्टिक शॉक एक खतरनाक स्थिति है, जब मरीज के कई अंग एक साथ क्षतिग्रस्त हो निष्क्रिय (मल्टी ऑर्गन फेल्योर) हो जाते हैं।