महाराष्ट्र: CM शिंदे ने दिया निर्देश, POP गणेश मूर्ति पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन विसर्जन पर प्रतिबंध

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मुंबई: गणेशोत्सव की तैयारियां पुरे महाराष्ट्र में जोरों पर है। ऐसे में अब हर किसी के मन में यही सवाल है कि POP की मूर्ति पर प्रतिबंध है या नहीं, ऐसे में  अब खबर सामने आई है कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां बनाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है, केवल विसर्जन पर प्रतिबंध है। निर्देश दिए गए हैं कि इन मूर्तियों को नदियों, समुद्रों और झीलों में विसर्जित नहीं किया जाना चाहिए बल्कि कृत्रिम तालाब में ही विसर्जित किया जाना चाहिए। आइए जानते है इस बारे में पूरी जानकारी क्या है… 

दरअसल मंत्री दीपक केसरकर ने विधान परिषद में बताया कि प्रदूषण रोकने के लिए नगर निगमों को प्लास्टर ऑफ पेरिस की गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन जलस्रोतों में नहीं करने का निर्देश दिया गया है। जी हां इस संबंध में जयंत पाटिल ने एक दिलचस्प सुझाव दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री केसरकर ने कहा, सार्वजनिक त्योहारों के दौरान प्रदूषण को रोकने के लिए आवश्यक उपाय और दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस संबंध में बैठक की है और पर्यावरण पूरक ऐसे दिशा निर्देश दिए है। 

इस बारे में निर्देश दिया गया है कि नगर निगम अपने क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में पर्यावरण अनुकूल गणेश प्रतिमाएं बनाने वाले मूर्तिकारों को प्राथमिकता के आधार पर जगह उपलब्ध करायें और साथ ही यह भी देखें कि क्या उन्हें कुछ मात्रा में शाडू मिट्टी उपलब्ध करायी जा सकती है। 

जानकारी हो कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों को लेकर नागपुर खंडपीठ सुनवाई कर रही है। इसलिए केसरकर ने यह भी साफ किया कि हम इस बारे में ज्यादा बात नहीं कर सकते। ऐसे में अब खबर यह है कि  आप POP की मूर्ति की स्थापना कर सकते है लेकिन इसका विसर्जन कृत्रिम तालाब में ही कर सकते है।