- दसवीं कक्षा बोर्ड परीक्षा में बाधा न आए, पिता बना शिकार
- बिजली कटौती का डर दिखाकर 6 लाख की ठगी
- पुलिस ने अज्ञात जालसाज पर किया मुक़दमा दर्ज,जांच शुरू
Cyber crime in Mumbai:दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। इसका फायदा उठाकर साइबर क्रिमिनल बिजली कटौती का भय दिखाकर, अभिभावकों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहें है। इसी का तरह का एक नया मामला मुंबई स्थित मलाड में सामने आया है। जहां इस डर से कि बिजली कटौती से उनकी बेटी की दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा की तैयारी में बाधा न आ जाए, एक 69 वर्षीय शिक्षक ने बिजली बिल घोटाले के संदेश के झांसे में आ कर अपने 5.78 लाख रुपये गंवा दिया है। हालांकि इस संबंध में मलाड पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मलाड पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ता अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ मलाड में रहता है। उनके मोबाइल फोन पर एक मैसेज आया था। मैसेज में उन्हें बताया गया कि, अगर वह रात 9.30 बजे तक बिजली बिल का भुगतान नहीं करते हैं, तो उनकी बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाएगी। पीड़ित के दर्ज ब्यान के अनुसार, बिजली कटौती के डर से मेरी बेटी की 10 वीं कक्षा की पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
इसलिए पीड़ित ने प्रेषक से संपर्क किया, जिसने खुद को दिंडोशी में अडानी (बिजली विभाग) कार्यालय से दीपक शर्मा के रूप में पहचान बताई थी। शिकायतकर्ता ने पूछा कि बिजली आपूर्ति बाधित न हो यह सुनिश्चित करने के लिए उसे क्या करने की ज़रूरत है। तो घोटालेबाज ने उसे क्विक सपोर्ट ऐप (एक स्क्रीन मिररिंग ऐप) डाउनलोड करने और अपने सभी बैंकिंग विवरण भरने के लिए कहा। शिकायतकर्ता ने घोटालेबाज के निर्देशों का पालन किया और अपना सारा विवरण जमा कर दिया। कुछ देर के बाद शिकायतकर्ता को बैंकिंग लेनदेन के संबंध में एक अलर्ट मिला। जब उन्होंने बैंक में जांच की, तो वह यह जानकर हैरान रह गए कि, उनके खाते से पांच धोखाधड़ी वाले लेनदेन के माध्यम से कुल 5.78 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं।