मुंबई: आज मुंबई में प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आये हैं। दरअसल ये कोई राजनीतिक दौरा नहीं है बल्कि RBI की 90 वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए मोदी मुंबई आये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, रिजर्व बैंक (आरबीआई) के स्थापना दिवस के मौके पर मैं आरबीआई के सभी कर्मचारियों को शुभकामनाएं देता हूं। आरबीआई ने देश को नई दिशा दिखाने का काम किया है। देश के विकास में आरबीआई अहम है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला, यूपीआई को बढ़ावा मिला।
भारतीय बैंकिंग प्रणाली को दुनिया की अग्रणी बैंकिंग प्रणाली माना जाता है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। आइए जानते है इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने और क्या कहा…
RBI का कार्यक्रम
जैसा की हमने आपको बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय रिजर्व बैंक की 90वीं वर्षगांठ कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, गवर्नर रमेश बैस, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार मौजूद थे।
पिछले 10 वर्षों में बैंकिंग क्षेत्र में बड़े सुधार
RBI की 90वीं वर्षगांठ के इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कभी घाटे में चल रही अर्थव्यवस्था अब फायदे में है। अध्ययन का एक विषय बैंकिंग प्रणाली में परिवर्तन है। 2014 से पहले बैंकिंग व्यवस्था खस्ताहाल थी। पिछले 10 वर्षों में बैंकिंग क्षेत्र में बड़े सुधार हुए हैं। पिछले 10 साल में क्या हुआ, ये तो सिर्फ ट्रेलर है। मोदी ने कहा कि आने वाले समय में और भी बदलाव किये जायेंगे। ऐसे में अब कहा जा सकता है की बैंकिंग क्षेत्र में भी कई बड़े बदलाव होंगे।
#WATCH | Mumbai: Prime Minister Narendra Modi addresses the commemoration ceremony of 90 years of the Reserve Bank of India. pic.twitter.com/G9mEQqKo02
— ANI (@ANI) April 1, 2024
नियत सही तो नीति सही
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आप जो नीति बनाएंगे, वही अगले दशक में आरबीआई की दिशा तय करेगी। उन्होंने आगे कहा कि आज भारत की बैंकिंग प्रणाली एक मजबूत और टिकाऊ प्रणाली मानी जाती है। जो बैंकिंग सिस्टम डूबने के कगार पर था, वह अब मुनाफे में है और रिकॉर्ड बना रहा है। पिछले 10 वर्षों में बड़े परिवर्तन लाना आसान नहीं रहा है। हमारी नीति स्पष्ट थी। आज देश देख रहा है, जब नियत सही होती है तो नीति सही होती है।
मोदी ने गिनाई सफलता
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। 27 हजार से ज्यादा एप्लिकेशन जिनमें डिफॉल्ट थे। 2018 में बैंकों का सकल एनपीए 1.5 फीसदी तक पहुंच गया। यह अब 2023 तक घटकर तीन फीसदी पर आ गया है। बैंकिंग क्रेडिट ग्रोथ 15 फीसदी तक पहुंच गई है। आरबीआई ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है और वह बधाई का पात्र है।
भारतीय अर्थव्यवस्था नई ऊंचाइयां गढ़ रही है
भारत को तेजी से प्रगति करने और अधिक समावेशी बनाने के लिए आरबीआई को कदम उठाने होंगे। विभिन्न क्षेत्रों की जरूरतों को लेकर आरबीआई को भूमिका निभानी चाहिए, बैंकों की मदद करनी चाहिए, सरकार आरबीआई के साथ है। पहले यह नीति महंगाई कम करने के लिए नहीं थी, लेकिन मौद्रिक नीति समिति ने इस पर काम किया। कोरोना और युद्ध में भी हमने महंगाई दर को नियंत्रण में रखा। जिनकी दृष्टि सही है उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। जहां दुनिया के बड़े देश कोरोना से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरबीआई भारत को वैश्विक स्तर पर ले जा सकता है।