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  • अज्ञात हमलावरों के खौफ़ में भगोड़ा डॉन
  • सऊदी अरब के जेद्दा में बनाया अपना नया बेस 

सुधीर शुक्ला@नवभारत
मुंबई: पिछले करीब दो साल से पकिस्तान में अज्ञात हमलावरों का खौफ़ चरम पर है। ये तथाकथित अज्ञात हमलावर भारत विरोधी आतंकियों और गुनहगारों को चुन चुन कर मौत के घाट उतर रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई को भी इसकी कानो कान खबर नहीं लग रही है। अंडरवर्ल्ड (Underworld) के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन्ही अज्ञात हमलावरों के डर से डॉन (Don) दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) एक बार फिर पाकिस्तान के कराची (Karachi) से फरार हो गया है। अब उसने सऊदी के सुरक्षित ठिकाने जेद्दा (Jeddah) में अपना नया ठिकाना बनाया है। फिलहाल तीन बेहद खास और डॉन के विश्वसनीय उसके साथ जेद्दा शिफ्ट (Shift) हुए हैं। बताया जाता है कि दाऊद का सऊदी के प्रिंस सलमान के साथ करीबी रिश्ता है। ऐसे में आईएसआई की मिन्नत और इस रिश्ते की बुनियाद पर भगोड़े डॉन को नया ठिकाना मिला है। 

अज्ञात हमलावर का खौफ़
पाकिस्तान के अलग अलग इलाकों में तकरीबन दो साल से अज्ञात हमलावरों का खौफ़ कुछ इस कदर पसरा है कि उनकी ख़ुफ़िया एजेंसी फिलहाल सकते में है। आईएसआई कतई नहीं चाहती कि ओसामा बिन लादेन की तरह अगर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद का सफाया पकिस्तान की पनाह में हो। अगर ऐसा हुआ तो उसकी बहुत किरकिरी होगी। जिसकी वजह से आईएसआई ने अपने हाथ खड़े कर लिए हैं। ऐसे में अंडरवर्ल्ड से जुड़े सूत्रों ने पुष्टि की है कि भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम कराची छोड़ चुका है। दाऊद ने अब सऊदी अरब के जेद्दा में अपना बेस बनाया है। सूत्रों का यह भी दावा है कि दाऊद अपने तीन खासमखास साथियों के साथ करीब डेढ़ साल से जेद्दा में रह रहा है। 

तीन ख़ास भरोसेमंद हैं साथ
फिलहाल दाऊद के साथ उसके 3 विश्वासपात्र हैं। पहला तौफीक जलियावाला (यह दाऊद का पुराना साथी है जो मुंबई बम ब्लास्ट की प्लानिंग में शामिल था)। दूसरा आदमी जो दाऊद के साथ है वो उसके बचपन का दोस्त सलीम चिपलून है। बताते हैं सलीम चिपलून हमेशा उसके साथ रहा है। दाऊद सलीम चिपलून को अपना लकी चार्म मानता है। इसलिए उसे हमेशा अपने साथ ही रखता है। तीसरा शख्स जो दाऊद के साथ साये की तरह रहता है वो है फहीम मचमच। फहीम मचमच के मरने की बात होती रही है लेकिन उसकी मौत की अभी तक किसी ने पुष्टि नहीं की है। खैर, वो जिंदा है और दाऊद के साथ जेद्दा में है। 

परिवार लंदन में, भाई और शकील को कमान
ख़बर यह भी है कि दाऊद ने अपनी फैमिली को महफूज़ रखने के लिए पत्नी मेहज़बीन और बेटे को लंदन में सेटल कर दिया है। जबकि सूत्र का दावा है कि उसने डी- कंपनी की कमान भाई अनीस और छोटा शकील को सौंप दी है। जो कराची से ही ‘धंधे’ को ऑपरेट कर रहे हैं। ख़बर यह भी है कि अब डी कंपनी सट्टेबाज़ी, ड्रग और हवाला का ही धंधा करती है। दाऊद का छोटा भाई मुस्तकीन इब्राहिम दुबई में बहुत बड़ा बिजनेसमैन है। वो अक्सर अपने भाई दाऊद से मिलने जेद्दा आता जाता रहता है। 

आखिर कितने बन गए शिकार
पाकिस्तान की सड़कों से लेकर मस्जिद तक अब तो जेल में भी भारत के दुश्मन को जहर देकर मौत देने की बात सामने आ चुकी है। ख़बर यह है कि ‘अज्ञात’ हमलावरों ने पाकिस्तान में रह रहे आतंकी संघठन ‘लश्कर ए तैय्यबा’ के खूंखार आतंकी अदनान गाज़ी को गोली मार दी। इस हमले में उसकी मौत होने की पुष्टि भी की गई। अदनान जम्मू कश्मीर में CRPF कैंप पर हमलों का मास्टरमाइंड था। इस साल अब तक दो दर्जन से ज्यादा भारतीय मामलों के वांछित आतंकी अज्ञात बन्दूक धारियों का शिकार हुए हैं। जिसमे पठानकोट एयर बेस पर हुए हमले और जैश का आतंकी शहीद लतीफ़ जैसा बड़ा नाम है। अब बदलते मोडस के साथ 26/11 के आतंकी हमले का मास्टरमाइंड साजिद मीर का नाम आ रहा है। एक महीने के भीतर ये तीसरी बड़ी घटना है जब भारत के मामले से जुड़े किसी बड़े आतंकी पर जानलेवा हमला हुआ है। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद के दामाद की भी जघन्य हत्या इसमें शामिल है।