Badlapur Railway Station

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मुंबई: मुंबई के कई उपनगरीय स्टेशनों (Mumbai Suburban Stations) के बाहर आवागमन समस्या सुलझाने और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए स्टेशन एरिया इम्प्रूवमेंट स्कीम (SATIS) बनाई गई है। इस योजना के तहत एमएमआरडीए (MMRDA) ने उपनगर के बड़े स्टेशनों में से एक बदलापुर रेलवे स्टेशन (Badlapur Railway Station) सुधार योजना और उसकी डिजाइन के लिए निविदा मंगाई है। 

उल्लेखनीय है कि सेटिस योजना के तहत सबसे पहले ठाणे स्टेशन पश्चिम की तरफ परिसर के सुधार का काम एमएमआरडीए और ठाणे महानगरपालिका (टीएमसी) के सहयोग से एक दशक पहले किया गया था।

कई स्टेशनों पर नहीं हो सका काम

ठाणे स्टेशन की तरह ही मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे के कई स्टेशनों के बाहर यातायात सुधार के लिए सेटिस का निर्णय लिया गया। इस योजना के तहत बोरीवली, दादर, घाटकोपर, चेंबूर, अंधेरी और मलाड स्टेशनों पर डेक बनाकर काम किया जाना था, परंतु रेलवे और बीएमसी प्रशासन के बीच समन्वय न हो पाने से काम आगे नहीं बढ़ सका। अब एमएमआरडीए ने बदलापुर स्टेशन परिसर का सुधार करने का निर्णय लिया हैं। इससे बदलापुर रेलवे स्टेशन परिसर का पूरी तरह होगा बदलाव किया जाएगा। 

पैदल यात्रियों के लिए बनेगा पाथ-वे

एमएमआरडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, स्टेशन एरिया ट्रैफिक इमप्लानिंग, डिजाइनिंग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं। इस समय बदलापुर स्टेशन के बाहर यातायात और पैदल चलने वालों की आवाजाही अव्यवस्थित है। सेटिस का उद्देश्य समग्र स्टेशन पहुंच में सुधार करने और अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों को स्टेशन एरिया में विकसित किया जाएगा। यात्री सूचना प्रणाली के साथ-साथ स्टेशन की तरफ आने वाले सार्वजनिक और निजी वाहनों के लिए अलग व्यवस्था होगी। इसके अलावा पैदल यात्रियों के लिए पाथ-वे बनाया जाएगा। 

500 मीटर तक स्टेशन परिसर का विकास

मुंबई में उपनगरीय स्टेशनों के आसपास होने वाली अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सेटिस योजना बनी है। इस परियोजना में नए व्यापक फुटपाथ, बस स्टॉप की शिफ्टिंग, बस बे, निजी वाहन क्षेत्र, इलेक्ट्रिक वाहनों की लेन, मेट्रो फीडर, रूट मैप, साइनेज, साइकिल क्षेत्र, सीसीटीवी निगरानी, ​​स्ट्रीट फर्नीचर और सौंदर्यीकरण आदि सुविधाएं शामिल हैं। कई स्टेशनों के आसपास से मेट्रों गुजरने वाली है। इसकी उपनगरीय स्टेशन क्षेत्र के 500 मीटर के दायरे में रेलवे और मेट्रो स्टेशनों के लिए अंतिम मील कनेक्टिविटी पर काम किया जाएगा। 

राजस्व में भी होगा इजाफा

बताया गया कि सेटिस निर्माण के साथ-साथ उसके रखरखाव की लागत वसूल करने के लिए पे-एंड-पार्क के साथ-साथ विज्ञापन स्थानों को पट्टे पर देकर राजस्व इकठ्ठा किया जाएगा। वैसे इस समय ठाणे रेलवे स्टेशन के ईस्ट-कोपरी साइड में इसी तरह की योजना पर काम चल रहा है। बोरीवली, दादर, घाटकोपर, चेंबूर, अंधेरी और मलाड में रेलवे स्टेशनों के बाहर सेटिस को लागू करने के लिए मुंबई शहरी परिवहन परियोजना (एमयूटीपी) के तहत विश्व बैंक की सहायता लेने की भी योजना थी, लेकिन अब तक काम नहीं शुरू हो सका।